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Saksham Yuva: 3 महीने की ट्रेनिंग देकर युवाओं को ठेकेदार बनाएगी हरियाणा सरकार, जानें पूरी प्रक्रिया

Haryana news: हरियाणा सरकार राज्य के युवाओं को अब ठेकेदार बनाने जा रही है, लेकिन इसकी कुछ शर्तें है आईये जानें इस खबरे के माध्यम से पूरा प्रक्रिया

 
Saksham Yuva: 3 महीने की ट्रेनिंग देकर युवाओं को ठेकेदार बनाएगी हरियाणा सरकार, जानें पूरी प्रक्रिया

TOP HARYANA: हरियाणा सरकार अब युवाओं को प्रशिक्षित करके उन्हें ठेकेदार बनाने जा रही है। राज्य के जो युवा ठेकेदार सक्षम युवा योजना का लाभ लेकर उद्यमी बनना चाहते है उनके लिए यह एक काम की खबर है।

ठेकेदार बनने से पहले ग्रुप C और D पदों के लिए आयोजित होने वाली CET परीक्षा की मेरिट में आना होगा। इसके साथ ही, उनके पास किसी भी ट्रेड में इंजीनियरिंग में बीई- बीटेक की डिग्री या फिर इसके समान कोई डिप्लोमा होना भी अनिवार्य है। सरकार की ओर से उन्हें ठेकेदार के रूप में स्वरोजगार शुरू करने के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी।

युवाओं को दी जाएगी इसकी स्पेशल ट्रेनिंग

कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के सचिव विवेक अग्रवाल ने ठेकेदार सक्षम युवा योजना की आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है। सरकार की इस योजना के तहत, लगभग 10 हजार युवाओं को तीन महीने की ट्रेनिंग देकर अपना खुद का काम शुरू करने के लिए 3 लाख रुपये तक का लॉन दिलाया जाएगा।

ट्रेनिंग पूरी करने वाले सभी युवाओं को ठेकेदारी का सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। इसके बाद से फिर ये युवा विभिन्न स्थानीय निकायों और पंचायतों आदि के विकास कामों में 25 लाख रुपये तक का सरकारी ठेका लेने के पात्र हो जायेंगे।

जरूरी पात्रता

सरकार की इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदनकर्ता को किसी बैंक से डिफाल्टर घोषित नहीं होना चाहिए। आवेदक के परिवार का कोई भी सदस्य किसी भी सरकारी नौकरी पर नहीं होना चाहिए। केवल हरियाणा के मूल निवासी ही इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आवेदक की उम्र 18 से लेकर 40 साल के बीच होनी चाहिए।

यहां पर करें आवेदन

सरकार की इस योजना के तहत, पोर्टल stt.itiharyana.gov.in को ओपन कर दिया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से इच्छुक युवा आवेदन कर सकते हैं। यहां पर पंजीकृत और योग्य युवाओं का विवरण विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ में साझा किया जाएगा

जो बाद में कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के साथ में परामर्श करने के बाद से प्रशिक्षण के लिए बैंच बनाने और प्रशिक्षण के केंद्रों के चयन पर फैसला करेगा। अगर कौशल विश्वविद्यालय पर्याप्त संख्या में पंजीकृत होने वाले उम्मीदवारों को ट्रेनिंग

देने में सक्षम नहीं होता है, तो ऐसी स्थिति में कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग द्वारा युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए कोई और वैकल्पिक तंत्र निर्धारित किया जाएगा।