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NEET UG 2025: 2 महीने में करें नीट यूजी की तैयारी, MBBS में एडमिशन लेने के लिए रोजाना पढ़ें इतने समय 

NEET UG 2025: नीट यूजी परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है, जिसकी परीक्षा मई 2025 में होने वाली है, मेडिकल कॉलेज के MBBS कोर्स में एडमिशन के लिए 2 महीने में करें तैयारी।  

 
NEET UG 2025: 2 महीने में करें नीट यूजी की तैयारी, MBBS में एडमिशन लेने के लिए रोजाना पढ़ें इतने समय 
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Top Haryana: NTA ने NEET UG 2025 परीक्षा का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया है, मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस, बीडीएस, बीएचएमएस समेत अधिकतर कोर्सेस में एडमिशन के लिए NEET UG परीक्षा पास करना जरूरी है, NEET UG परीक्षा 04 मई 2025 को संभावित है। विदेश में स्थित मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए भी NEET UG स्कोर अनिवार्य कर दिया गया है, नीट यूजी 2025 की तैयारी के लिए स्टूडेंट्स के पास 2 महीने का समय बचा है।

NEET का फुल फॉर्म नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट है, इसे दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं की लिस्ट में रखा गया है, नीट 2025 से जुड़े सभी लेटेस्ट अपडेट्स ऑफिशियल वेबसाइट neet.nta.nic.in पर चेक कर सकते है। NEET की तैयारी करने के लिए 60 दिनों का वक्त कम है लेकिन सही रणनीति और अनुशासन के साथ इस टाइम का सदुपयोग किया जा सकता है।

NEET UG की तैयारी के लिए सामान्य गाइडलाइंस

  • रोजाना पढ़ाई का समय: 10-12 घंटे 

  • विषयों का विभाजन: फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी को बराबर समय दें।

  • ब्रेक: हर 2 घंटे की पढ़ाई के बाद 10 से 15 मिनट का ब्रेक और लंच/डिनर के लिए 1 घंटे का ब्रेक।

  • नींद: दिमाग को तरोताजा रखने के लिए 6 से 7 घंटे की नींद जरूरी है।

  • मॉक टेस्ट: हफ्ते में 2 फुल-लेंथ मॉक टेस्ट अटेंप्ट करें।

60 दिनों का शेड्यूल

आप सिर्फ 60 दिनों में NEET UG की तैयारी करना चाहते है तो 1 भी दिन बर्बाद करने की गलती न करें, इस टाइम का महत्व समझें और अपने कमजोर और मजबूत पक्षों को पहचानें, इसके हिसाब से नीट यूजी की तैयारी करना आसान हो जाएगा।

पहला लक्ष्य: NEET UG सिलेबस रिवाइज करें, कमजोर टॉपिक्स पर फोकस करें और हर विषय के बेसिक कॉन्सेप्ट्स क्लियर करें।

दैनिक रूटीन:

  • सुबह 6:00 – 8:00: बायोलॉजी (NCERT से 1 चैप्टर पढ़ें और नोट्स रिवाइज करें) ह्यूमन फिजियोलॉजी या जेनेटिक्स जैसे हाई-वेटेज टॉपिक्स।

  • 8:15 – 10:15: फिजिक्स (फॉर्मूले और न्यूमेरिकल प्रैक्टिस) उदाहरण: मैकेनिक्स, ऑप्टिक्स या इलेक्ट्रोस्टैटिक्स।

  • 10:30 – 12:30: केमिस्ट्री (ऑर्गेनिक या इनऑर्गेनिक के कॉन्सेप्ट्स और रिएक्शन्स) उदाहरण: केमिकल बॉन्डिंग, पी-ब्लॉक या हाइड्रोकार्बन्स।

  • 12:30 – 1:30: लंच और रेस्ट

  • 1:30 – 3:30: बायोलॉजी (दूसरा चैप्टर या पिछले चैप्टर के MCQs प्रैक्टिस) पिछले साल के पेपर से 20-30 सवाल हल करें।

  • 3:45 – 5:45: फिजिक्स (कठिन टॉपिक्स पर फोकस, जैसे थर्मोडायनामिक्स या वेव्स) साथ ही
    15-20 न्यूमेरिकल्स हल करें।

  • 6:00 – 8:00: केमिस्ट्री (फिजिकल केमिस्ट्री के न्यूमेरिकल्स या NCERT लाइन्स रिवाइज करें)।

  • 8:00 – 9:00: डिनर और रिफ्रेशमेंट

  • 9:00 – 11:00: मिक्स्ड प्रैक्टिस (तीनों विषयों से 50 MCQs हल करें) कमजोर टॉपिक्स के शॉर्ट नोट्स बनाएं।

 दूसरा लक्ष्य: टाइम मैनेजमेंट पर फोकस करें, सटीकता बढ़ाएं और ज्यादा से ज्यादा नीट मॉक टेस्ट अटेंप्ट करके परीक्षा पैटर्न को समझने की कोशिश करें।

दैनिक रूटीन

  • सुबह 6:00 – 8:00: बायोलॉजी (हाई-वेटेज चैप्टर्स का फाइनल रिवीजन, जैसे इकोलॉजी, प्लांट फिजियोलॉजी)

  • 8:15 – 10:15: फिजिक्स (पिछले साल के पेपर और मॉक टेस्ट के सवाल हल करें)

  • 10:30 – 12:30: केमिस्ट्री (NCERT की लाइन्स और रिएक्शन्स दोहराएं)

  • 12:30 – 1:30: लंच और रेस्ट

  • 1:30 – 4:30: फुल-लेंथ मॉक टेस्ट (हर 2-3 दिन में एक टेस्ट) हर बार टाइमर के साथ 180 सवाल हल करें।

  • 4:45 – 6:45: टेस्ट का एनालिसिस (गलत सवालों को समझें और कॉन्सेप्ट्स दोहराएं)

  • 7:00 – 9:00: कमजोर टॉपिक्स पर फोकस (जो टेस्ट में बार-बार गलत हो रहे हों)

  • 9:00 – 10:00: डिनर और रिफ्रेशमेंट

  • 10:00 – 11:00: शॉर्ट नोट्स या फॉर्मूले दोहराएं