US Federal Reserve: फेडरल रिजर्व से क्यों नाराज हुए डोनाल्ड ट्रंप, सेंट्रल बैंक को महंगाई बढ़ने का खतरा
US Federal Reserve: अमेरिकी सेंट्रल बैंक को लगता है कि डोनाल्ड ट्रंप के इंपोर्ट पर ड्यूटी बढ़ाने से अमेरिका में महंगाई आसमान को छु सकती है, सेंट्रल बैंक इस दिशा में स्पष्टता का इंतजार...

TOP HARYANA: अमेरिका में जो लोग सस्ते कर्ज की उम्मीदें लगाए हुए थे उन्हें तगड़ा झटका लगा है, अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने अपनी ब्याज दरों में कोई भी बदलाव नहीं किया और मौजूदा लेवल पर बरकरार रखा हुआ है। फेडरल रिजर्व अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्तावित टैरिफ प्लान के ऐलान का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
ट्रंप प्रशासन के टैरिफ प्लान के सामने आने के बाद ही फेडरल रिजर्व ब्याज दरों को लेकर अपना रुख आने वाले दिनों के लिए स्पष्ट कर सकता है। फेडरल ओपन मार्केट कमेटी के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने के निर्णय के बाद फेडरल रिजर्व के प्रमुख जीरोम पॉवेल ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के पास डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ प्रस्ताव को लेकर किसी भी प्रकार की कोई स्पष्टता नहीं है।
पॉलिसी एडजस्टमेंट करना अभी संभव नहीं हो सकता है, पावेल ने कहा, हमें नहीं पता टैरिफ को लेकर इमीग्रेशन और फिस्कल पॉलिसी पर क्या होने वाला है। एक बार ये पॉलिसी सामने आ जाती है तो उसके बाद फिर हम अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव की समीक्षा करेंगे।
गुड्स पर ड्यूटी
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप चीन, कनाडा, मेक्सिको से आने वाले गुड्स पर ड्यूटी लगाने की बात की है, माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में इंपोर्ट पर ड्यूटी बढ़ाने के एलान किया जा सकता है। ऐसा होने पर इन देशों से होने वाला इंपोर्ट महंगा हो जाएगा जिसका नतीजा ये होगा कि अमेरिका में महंगाई दर काफी अधिक बढ़ सकती है।
महंगाई में कमी के बाद जो ब्याज दरों में कमी की उम्मीद की जा रही थी वो फिलहाल कही भी दिखाई नहीं दे रही है, इसलिए फेडरल रिजर्व को डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ प्लान का इंतजार है। फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कमी नहीं करने के फैसले के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने जीरोम पॉवेल की आलोचना की है।
सेंट्रल बैंक ने अपनी स्वायत्तता का हवाला दिया है, पिछले साल 2024 के आखिरी चार महीनों में फेडरल रिजर्व ने 1 फीसदी तक ब्याज दरों में कटौती की थी।2025 में भी फे़रल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती के संकेत दे दिए थे लेकिन ट्रंप प्रशासन के प्रस्तावित टैरिफ प्लान को लागू होने का सेंट्रल बैंक इंतजार कर रहा है, उसके बाद ही वो कोई निर्णय के सकते है।