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RBI Update: लोन न भरने पर अब बैंक नहीं करेगा परेशान, जानें आरबीआई की नई गाइडलाइंस 

RBI New Guidelines for Loan: आरबीआई की नई गाइडलाइंस के जरिए अब बैंक आपको लोन भरने के लिए परेशान नहीं कर सकता है, जानें इसके बारें में विस्तार…
 
RBI: लोन न भरने पर अब बैंक नहीं करेगा परेशान, जानें आरबीआई की नई गाइडलाइंस

TOP HARYANA : लोन का डिफॉल्ट होना कोई नई बात नहीं है, परंतु लोगों को इससे जुड़ी परेशानीया बहुत मुश्किल मे डाल देती हैं। आरबीआई ने बैंकों को नई सूचना जारी करते हुए लोन ना चुका पाने वाले लोगों को परेशान करने की मनमानी पर तंज कसा है। लोगों को इस निर्णय से राहत मिली है। लोगों को लोन या फिर क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं भरने पर डिफॉल्टर घोषित कर दिया जाता था, परंतु अब बैंकों को डिफॉल्ट करने से पहले आरबीआई के नए नियमों की पालन करनी होगी।

क्या है लोन रिकवरी के नियम 

आरबीआई के नियमों के आधार पर, लोन नहीं जमा करने वाले ग्राहकों को सुबह 8 बजे से पहले और शाम को 7 बजे के पश्चात फोन नहीं कर सकते है। रिकवरी एजेंटों व बैंकों के लिए भी आरबीआई ने सख्त नियम बनाए हैं। आरबीआई ने इस बारे में विशेष नोटिफिकेशन जारी किया है जो बैंकों, वित्तीय संस्थानों और गैर बैंकिंग फंडिंग कंपनियों और एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनीज की रिकवरी के मामलों में पूरी तरह से पालन करने के लिए है। ग्राहकों को गलत संदेशों, प्रताड़ित करने, दुर्व्यवहार करने या धमकी की कोई शिकायत नहीं होगी। बैंकों और लोन देने वाले संस्थानों की भी यह उत्तरदायित्व होगी कि ग्राहक को अज्ञात नंबर से फोन नहीं किया जाए। ऋण वसूलने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने पर भी विचार विमर्स करें।

ग्राहकों के लिए विकल्प 

किसी भी बैंक से ऋण लेन पर भुगतान नहीं करने वाले लोगों को डिफाल्टर की श्रेणी मे शामिल लिया जाता है। इससे सिबिल स्कोर गलत असर पड़ता है। जिससे बैंकों से दुबारा लोन लेने का कोई मौका नहीं बचता है जब किसी व्यक्ति का सिबिल स्कोर ही कम हो जाता है। अगर कोई बैंक उस व्यक्ति को लोन दे भी तो रहा है तो इस  का मतलब है की उसको ब्याज दरें बहुत ज्यादा देनी होंगी। लोन प्राप्त वाला ग्राहक इस स्थिति में समस्या से बचने के लिए अपने कानूनी अधिकारों का उपयोग कर सकता है। लोन डिफॉल्टर ऋण के कुछ पैसे बैंक मे जमा कर सकते हैं, इसके अलावा अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारकर धीरे धीरे लोन के पैसे चूकते रहे।

लोन को फिर से शुरू करने का विकल्प चुने 

यदि आप 10 लाख रुपये का ऋण चुकाने के काबिल नहीं हैं, तो आप बैंक मैनेजर से बात करके इसे फिर से शुरू कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए, आपको लोन की आधी राशि, यानी की तकरीबन पांच लाख रुपये एक साथ जमा करने पड़ेंगे। इसके पश्चात आप बाकी का बचा हुआ लोन छोटी-छोटी किस्तों में जमा कर सकते हैं। लोन को डिफाल्ट होने से बचाने के लिए ग्राहक को हर संभव प्रयत्न करते रहना प्रयास चाहिए। इससे क्रेडिट स्कोर ज्यादा खराब हो जाता है और फिर काफी ज्यादा समय तक नहीं सुधरता है।

लोन डिफॉल्ट के लिए कदम

अगर किसी व्यक्ति का लोन डिफॉल्ट हो जाए, आपको अपनी आर्थिक स्थिति का सही से पूर्वानुमान करना चाहिए। इस की गणना भी होना चाहिए। आपको लोन दिया गया बैंक या वित्तीय संस्थान से भी इस स्थिति में विचार करना चाहिए। जब लोन जमा हो जाए, तो यह भी ख्याल रखें कि सिबिल स्कोर खराब नहीं होगा, इसलिए सिर्फ लोन जमा करना लाभदायक है।

लोन लेने के लिए अधिकार 

आपने किसी भी बैंक से लोन लिया है तो आपके पास कुछ हक होते है। जब आप लोन नहीं भर पते है तो बैंक आपके पास नोटिस भेजता है। आप बैंक के साथ कोई भी मनमानी नहीं कर सकते है लोन आपको भरना बहुत जरूरी है। जब आपके पास बैंक का नोटिस आता है तो आप सीधे अपनी संपती नहीं बेच सकते है, आप उस संपती को कानूनी तरीके से ही बेच सकते है। 

 RBI की क्या है राय

आरबीआई ने सभी बैंको को सख्त निर्देश दिए है की वो लोन न चुकाने वाले लोगों को खिलाफ सख्त कारवाही करें। आरबीआई ने कहा है की कुछ लोग कई महीनों तक लोन नहीं चुकाते है, फिर बाद में वही लोग एक साल बाद लोन चुकाने आ जाते है तथा बाद में नए लोन के लिए अप्लाई करते है उन लोगों की पहचान बहुत जरूरी है। इसके लिए सभी बैंक सख्त कदम उठाए।