organic farming: राज्य के किसान बन रहे लखपति, इस फल की खेती ने बदली तकदीर

Top Haryana-UP Desk: यूपी के एक किसान ने अनुष्ठानिक खेती छोड़कर ताइवान पिंक अमरूद की बागवानी शुरू की है। यह प्रकार तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती । इससे अच्छा पैसा कमाया जा सकता है। किसान आसाराम सिंह ने एक एकड़ में इसकी खेती शुरू की और अब सालाना लाखों रुपये कमा रहे हैं।
किसान आसाराम सिंह ने बताया कि वह बीते चार सालों से पिंक अमरूद की खेती कर रहे हैं। पारंपरिक खेती के मुकाबले यह ज्यादा लाभदायक साबित हो रही है । उनका सालाना बिक्री लाखों में पहुंच चुका है।
कैसे हुई इस सफर की शुरुआत?
आसाराम सिंह ने हाई स्कूल तक पढ़ाई की थी, लेकिन हालत के चलते उन्हें पढ़ाई छोड़नी पड़ी। इसके बाद उन्होंने खेती को अपना भविष्य बनाया। कुछ समय तक अनुष्ठानिक खेती करने के बाद उन्होंने ताइवान पिंक अमरूद की खेती को आजमाया जो आज उनकी बड़ी कमाई का जरिया बन चुकी है।
कितनी जमीन पर हो रही है खेती?
आसाराम सिंह डेढ़ बीघा जमीन पर ताइवान पिंक अमरूद की खेती कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस खेती में ज्यादा खर्चा नहीं लगताऔर मुनाफा शानदार होता है।
कितनी लागत और कितना मुनाफा?
पिंक अमरूद की खेती में लगभग 15 से 20 हजार रुपये की लागत आती है, जबकि इससे सालाना दो से ढाई लाख रुपये का बिक्री हो रही है। मतलब लागत के मुकाबले यह बेहद लाभदायक साबित हो रही है।
ताइवान पिंक अमरूद के खास फायदे
ताइवान पिंक अमरूद की सबसे बड़ी गुण यह है कि इसके पेड़ जल्दी फल देने लगते हैं, जिससे किसान कम समय में अच्छी कमाई कर सकते हैं।अनुष्ठानिक अमरूद की तुलना में इसका संयोजन,दोगुना होता है, जिससे मुनाफा भी बढ़ जाता है। इस फसल में ज्यादा कीटनाशकों और खाद की जरूरत नहीं पड़ती, जिससे खेती की लागत कम होती है और पारिस्थितिक खेती को बढ़ावा मिलता है। इसकी गुलाबी रंगत, मीठा स्वाद और लंबी निधानी आयु के कारण बाजार में इसकी अच्छी कीमत मिलती है। इस कारण से किसान इसकी खेती को ज्यादा लाभकारी मान रहे हैं।
आसाराम सिंह का मानना है कि आने वाले समय में अमरूद की खेती किसानों के लिए एक बड़ा अवसर बन सकती है। इससे न सिर्फ उनकी आमदनी बढ़ेगी बल्कि उन्हें खेती के नए आयाम भी मिलेंगे।