New plot scheme: इस शहर में आ रही नई प्लॉट स्कीम, इन लोगों को होगा बड़ा मुनाफा

Top haryana: आप अगर नोएडा में अपना बिजनेस करना चाहते हैं और इसके लिए जमीन लेना चाहते हैं तो ये न्यूज आपके काम की साबित हो सकती है, दरअसल नोएडा शहर के प्राधिकरण ने MSME सेक्टर में व्यवसाय को समर्थन देने के लिए एक नई नीति के तहत जल्द ही एक नई भूखंड योजना शुरू करने का फैसला किया है। यह कदम 26 दिसंबर, 2024 के उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश के अनुरूप है, जिसमें नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरणों को अपनी आवंटन नीतियों को मानकीकृत करने और बोर्ड की मंजूरी प्राप्त करने का निर्देश दिया गया था।
प्राधिकरण दो सौ वर्ग मीटर से 7 हजार 500 वर्गमीटर तक के 17 भूखंडों की पेशकश करेगा, और उन्हें ई-नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से आवंटित करेगा। हमने यह योजना लाने का फैसला किया है ताकि छोटे भूखंडों की तलाश कर रहे व्यवसायियों को सिटी में अपनी इकाइयां स्थापित करने के लिए जमीन मिल सके। इस योजना में व्यवसायी के लिए प्लॉट का मालिक होना एक शानदार मौका है।
इन सेक्टर में मिलेगा प्लॉट
प्राधिकरण लगभग 60 हजार वर्गमीटर औद्योगिक भूमि आवंटित करेगा, और ये भूखंड नोएडा के सेक्टर 7, 8, 10, 62, 80 और 164 में स्थित हैं। अधिकांश कागजी कार्रवाई पहले ही पूरी हो चुकी है और प्राधिकरण भविष्य की योजनाओं के लिए अन्य क्षेत्रों में अधिक खाली भूखंडों की पहचान करने पर काम कर रहा है। इस पहल से छोटे और मध्यम व्यापार मालिकों को नोएडा में अपने परिचालन का विस्तार करने का एक मूल्यवान अवसर मिलने की उम्मीद है, मामले से अवगत एक अधिकारी ने बताया।
यह नीति परिवर्तन पिछले महीने नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरणों की एक संयुक्त बोर्ड बैठक के बाद हुआ, जहां संशोधित औद्योगिक भूखंड आवंटन नीति को मंजूरी दी गई थी।
किस तरह से मिलेगा प्लॉट
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, जो यूपी औद्योगिक विकास आयुक्त के रूप में भी कार्यरत हैं उनके मुताबिक औद्योगिक भूखंड आवंटन के लिए एक स्पष्ट और पारदर्शी प्रक्रिया के महत्व पर जोर दिया था। संयुक्त बोर्ड बैठक (दिसंबर, 2024 में आयोजित) के दौरान, दोनों प्राधिकरणों ने औपचारिक रूप से सरकार की नीति को अपनाया।
ई-नीलामी के नियम और शर्तों के अनुसार सभी इच्छुक खरीदारों को ई-नीलामी में भाग लेने के लिए पहले भूखंड के आरक्षित मूल्य का 10% जमा करना आवश्यक है। सफल होने पर, उन्हें कुल लागत का 30% तुरंत भुगतान करना होगा, जबकि शेष राशि का भुगतान निर्धारित समय में किश्तों के रूप में किया जा सकता है।