Haryana weather: हरियाणा के 5 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट, 5 अगस्त तक खराब रहेगा मौसम

Top Haryana news: हरियाणा में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के चंडीगढ़ मौसम केंद्र ने शनिवार के लिए हरियाणा के 5 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है।
ये जिले हैं पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, नूंह और पलवल। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है क्योंकि इन जिलों में बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है।
कई जिलों में 3 घंटे का फ्लैश अलर्ट भी जारी
इसके साथ ही मौसम विभाग ने 3 घंटे का फ्लैश अलर्ट भी जारी किया था। इस अलर्ट के तहत हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, कैथल, जींद, कुरुक्षेत्र, अंबाला, पंचकूला और यमुनानगर में तेज बारिश और तूफान जैसी स्थिति की संभावना थी।
सुबह से ही हिसार और फतेहाबाद में बारिश शुरू हो गई थी। चरखी दादरी में हल्की बूंदाबांदी हुई और जींद में आसमान में बादल छाए रहे। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 5 अगस्त तक हरियाणा में मौसम खराब बना रहेगा।
जींद में नहर में डूबे युवक का शव बरामद
जींद जिले से दुखद खबर सामने आई है। बुधवार रात हांसी ब्रांच नहर में डूबे युवक मोहित (25) का शव शुक्रवार को बरामद हो गया। उसका शव घटनास्थल से करीब 3 किलोमीटर दूर बीड़बड़ा वन के पुल के पास मिला।
मोहित की मां ने आरोप लगाया है कि उनके पड़ोसी रामबिलास ने उसे नहर में धक्का दिया था। घटना के बाद से ही युवक की तलाश की जा रही थी लेकिन नहर का तेज बहाव खोज में बाधा बन रहा था।
नूंह में पुलिया टूटी, गांव का संपर्क टूटा
नूंह जिले के गांव संगेल में बरसाती पानी की निकासी वाली ड्रेन पर बनी पुलिया टूट गई है। यह पुलिया गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ती थी। इसके टूट जाने से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। लोगों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस बार सामान्य से ज्यादा हुई बारिश
इस साल हरियाणा में अब तक 27 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। जहां 1 अगस्त तक औसतन 208.8 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, वहीं अब तक 264.5 मिमी बारिश हो चुकी है।
इस सीजन सबसे ज्यादा बारिश महेंद्रगढ़ (539.0 मिमी) और यमुनानगर (516.5 मिमी) में हुई है। वहीं सबसे कम बारिश कैथल (134.8 मिमी) और जींद (140.0 मिमी) में दर्ज की गई है।
कुरुक्षेत्र में बारिश से मकान की छत गिरी
कुरुक्षेत्र जिले के पिहोवा के गांव भौर सैयदां में बारिश के बाद एक मकान की छत गिर गई। गनीमत रही कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। जब छत गिरी, उस समय परिवार के लोग घर के दूसरे हिस्से में थे।