राज्य में पेंशन धारकों की जांच शुरू, ADC ने दिए सख्त निर्देश
राज्य में फर्जी तरीके से पेंशन लेने वालों के खिलाफ सरकार ने जांच शुरू कर दी है। राज्य के ADC ने इसके लिए सख्त निर्देश दिए है, आइए जानते है इसके बारें में पूरे विस्तार के साथ

TOP HARYANA: हरियाणा के नरवाना में गलत दस्तावेजों के जरिए पेंशन लेने का बड़ा मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और वोटर आईडी में छेड़छाड़ कर कई लोगों ने समाज कल्याण विभाग से पेंशन हासिल की है। अब इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। एडीसी विवेक आर्य इस जांच की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
कैसे हुआ घोटाला
नरवाना में करीब 200 लोगों ने अपनी उम्र को गलत तरीके से बढ़ाकर बुढ़ापा पेंशन हासिल की। इन लोगों ने अपने जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और वोटर आईडी में जन्मतिथि बदलवाई और इसे फैमिली आईडी में अपलोड किया। इसके बाद समाज कल्याण विभाग को गुमराह कर पेंशन का लाभ लिया।
जांच में पता चला कि कई लोगों ने अपनी उम्र को 10 साल बढ़ाकर दिखाया। उदाहरण के तौर पर, जिनकी असली जन्मतिथि 1 जनवरी 1974 थी, उन्होंने इसे बदलकर 1 जनवरी 1964 करा दिया ताकि वे 60 साल से ऊपर दिखें और पेंशन प्राप्त कर सकें। इसी तरह, 40 साल के एक व्यक्ति ने अपनी जन्मतिथि 2 जनवरी 1982 से बदलकर 1 जनवरी 1964 करा दी।
जांच के आदेश
इस मामले में अब ADC विवेक आर्य ने सख्त कदम उठाए हैं। उन्होंने पेंशन अप्रूव करने वाले अधिकारियों, CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) संचालकों और क्रीड विभाग के कर्मचारियों की भूमिका की जांच के निर्देश दिए हैं। इन सभी से संबंधित सूची मांगी गई है ताकि दोषियों की पहचान की जा सके।
ADC ने बताया कि समाज कल्याण विभाग से भी उन लोगों की सूची मांगी गई है, जिन्होंने गलत तरीके से पेंशन प्राप्त की। जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा
इस मामले में कई लोगों ने वोटर आईडी और अन्य दस्तावेजों में अपनी जन्मतिथि को बदलवाया। कुछ ने जन्म प्रमाण पत्र में बदलाव करवाया तो कुछ ने आधार कार्ड में। इसके बाद बदली हुई जानकारी को फैमिली आईडी में अपडेट कराया और इसे समाज कल्याण विभाग में जमा कर पेंशन हासिल की।
कार्रवाई की जाएगी
ADC विवेक आर्य ने कहा कि दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर पेंशन लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विभागीय कर्मियों, क्रीड और CSC संचालकों की भूमिका की भी गहन जांच की जा रही है। इस मामले में जिनके नाम सामने आएंगे, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
क्या है आगे की प्रक्रिया
सरकार अब इस घोटाले में शामिल सभी लोगों की पहचान कर रही है। पेंशन लेने वालों के साथ-साथ पेंशन अप्रूव करने वाले कर्मचारियों और CSC संचालकों की भी जांच होगी। दोषियों को सजा देने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
यह मामला हरियाणा सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। सरकार इस तरह के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अब कड़े कदम उठा रही है। इस जांच से पता चलेगा कि किस स्तर पर चूक हुई और इसमें कौन-कौन लोग शामिल थे।