RBI New Update: आरबीआई ने दी बड़ी अपडेट, 3 प्रकार के बैंक अकाउंट होंगे बंद, जान लें जल्दी

Top Haryana: बैंकिंग अब हमारी दिनचर्या का अहम हिस्सा बन गई है, और भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने खातों की सुरक्षा और प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए कुछ नए नियम लागू किए हैं। इन नियमों का मुख्य उद्देश्य न केवल धोखाधड़ी पर काबू पाना है, बल्कि ग्राहकों को जागरूक करना और बैंकिंग प्रणाली को पारदर्शी बनाना भी है..
1. निष्क्रिय खातों की पहचान और बंद करना
निष्क्रिय खाता: अगर किसी खाता में दो साल तक कोई लेन-देन नहीं हुआ, तो वह खाता निष्क्रिय माना जाएगा।
क्या है लेन-देन?: इसमें पैसों का आना-जाना, केवाईसी अपडेट करना, बैलेंस चेक करना आदि शामिल हैं।
नियम लागू होने की तिथि: 1 अप्रैल 2025 से लागू होंगे।
निष्क्रिय खातों को लेकर क्या होगा?: बैंक इन खातों को बंद कर देंगे या फिर उन्हें सक्रिय करने के लिए ग्राहक को सूचित करेंगे।
सूचना का तरीका: ग्राहकों को पत्र, ईमेल या एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जाएगा।
2. कौन से खाते होंगे बंद?
निष्क्रिय खाते: जिनमें 2 साल तक कोई लेन-देन न हो।
केवाईसी अपडेट न करने वाले खाते: जिनमें KYC जानकारी अपडेट नहीं की गई हो।
न्यूनतम बैलेंस न रखने वाले खाते: जिनमें न्यूनतम बैलेंस नहीं होगा।
3. सरकारी और छात्रवृत्ति से जुड़े खाते
सरकारी और छात्रवृत्ति से जुड़े खातों के लिए विशेष नियम होंगे। इन्हें निष्क्रिय नहीं माना जाएगा, भले ही इन खातों में लेन-देन न हुआ हो। इन खातों की देखभाल विशेष रूप से की जाएगी।
4. ब्याज और शुल्क संबंधी जानकारी
जुर्माना नहीं होगा: निष्क्रिय खातों पर कोई जुर्माना नहीं लगेगा।
खाता चालू करने पर शुल्क नहीं: अगर खाता बंद हो गया हो, तो उसे फिर से चालू करने पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
ब्याज: बचत खातों पर ब्याज पहले की तरह मिलेगा, भले ही खाता निष्क्रिय हो।
5. बिना दावे के पैसों का प्रबंधन
जिन खातों में पैसे पड़े हैं और उन पर कोई दावा नहीं कर रहा है, उनके बारे में बैंक अपनी वेबसाइट पर जानकारी डालेंगे ताकि असली मालिक अपना पैसा प्राप्त कर सके।
6. आम लोगों के लिए जरूरी सुझाव
खाता सक्रिय रखें: हर छह महीने में कम से कम एक बार खाते का इस्तेमाल करें।
केवाईसी अपडेट: समय-समय पर केवाईसी अपडेट करवाएं।
न्यूनतम बैलेंस रखें: खाते में हमेशा न्यूनतम बैलेंस रखें।
डिजिटल बैंकिंग का इस्तेमाल: मोबाइल या इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल करें।
सही जानकारी दें: बैंक को अपना सही मोबाइल नंबर और पता दें।
नए नियमों का असर
बैंकिंग में पारदर्शिता: ये नियम बैंकिंग प्रणाली को सुरक्षित और पारदर्शी बनाएंगे।
धोखाधड़ी में कमी: निष्क्रिय खाते और फर्जी खातों पर नियंत्रण किया जाएगा, जिससे धोखाधड़ी की संभावना कम होगी।
ग्राहकों की जागरूकता: लोग अपने खातों के प्रति अधिक सतर्क होंगे, जिससे बैंकिंग सिस्टम और अधिक मजबूत होगा।