Rail Budget 2025: भारतीय रेलवे मंत्रालय ने टैन हादसों को रोकने के लिए बनाई परियोजना

Top Haryana: नई दिल्ली: केंद्र के प्रमुख रूट पर कचव का अपग्रेड वर्जन 4.O तेजी से लगाया जा सकेगा। पूंजी आवंटन के बाद भारतीय रेल मंत्रालय हादसों को कम करने के लिए विशेष कदम उठाने जा रहा है। भारतीय रेलवे का यात्रियों को सेफ और सुविधाजनक यात्रा कराने का सपना जल्द ही पूरा होगा। नए वर्जन को अनुसंधान डिजाइन और स्टैंडर्ड संगठन (आरडीएसओ) ने हाल में अनुमोदन दे दिया है। मंत्रालय पहले कि घोषणा को पूरा करने पर जोर देगा ।
भारतीय रेलवे मंत्रालय के मुताबिक रेलवे के सबसे व्यस्त रूटों में से दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता शामिल हैं । इन दोनों रूटों को कवच से लैस किया जा रहा है. पूंजी के बाद मुंबई-चेन्नई व चेन्नई-कोलकाता रूट पर भी कवच लगाया जाएगा। चारों रूटों को मिलाकर लगभग 10 हजार किमी. लंबे ट्रैक को कचव से लैस कर दिया जाएगा।अन्य रूटों को चिन्हित करने का कार्य भी इसी वर्ष शुरू किया जाएगा।
भारतीय रेल मंत्रालय के पदाधिकारी के अनुसार पूंजी में इस साल कोई भी नई घोषणा नहीं की जाएगी। भारतीय रेलवे की प्राथमिकता होगी कि पूर्व में की गई घोषणाओं को पहले पूरा किया जाए। जिससे ट्रेनें सेफ और सुविधाजनक चलाई जा सकेंगी। पूर्व पूंजी में की गयी घोषणा में कवर लगाने की घोषणा की गयी थी, इसे अधिक से अधिक रूटों पर लगाया जाएगा.
4000 किमी. हर साल का लक्ष्य
भारतीय रेलवे मंत्रालय के द्वारा हर साल लगभग 4 हजार किमी ट्रैक पर कवच लगाया जाएगा। इस प्रकार अगले तीन सालों में चारों रूटों को कचव से लैस कर दिया जाएगा। फिलहाल 1465 किमी. रेलवे ट्रैक कचव से लैस हो चुका है। बाकी ट्रैक पर जल्द काम पूरा किया जाएगा।
सभी इलाकों में हो चुका है ट्रायल
कचव 4.O परीक्षण पूरी तरह से सुरक्षित है। इसकी जाँच पहाड़ी इलाकों से लेकर समुद्री तट तक और बर्फबारी वाले इलाकों से लेकर घने जंगलों तक किया जा चुका है।सभी इलाकों में इसका परीक्षण सफल रहने के बाद आरडीएसओ ने अनुमोदन दे दिया है। भाकतीय रेलवे मंत्रालय ने दो और रूटों पर कवच लगाने का फैसला किया है.