NCTE News: बीएलएड कोर्स जल्द होंगे बंद, NCTE का नया प्रस्ताव जारी
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NCTE News: बीएलएड कोर्स जल्द होंगे बंद, NCTE का नया प्रस्ताव जारी

NCTE News: डीयू सहित अन्य संस्थानों में चल रहे बीएलएड कोर्स को अब जल्द ही पूरी तरह से बंद किया जाएगा, इस कोर्स की जगह दूसरा अन्य कोर्स आईटीईपी आएगा, आइए जानें पूरी जानकारी...
 
बीएलएड कोर्स जल्द होंगे बंद, NCTE का नया प्रस्ताव जारी
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Top haryana: दिल्ली विश्वविद्यालय में संचालित किए जा रहे बीएलएड कोर्स (बैचलर ऑफ एलीमेंट्री एजुकेशन) को बंद करने का प्रस्ताव राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने दिया है। डीयू के साथ ही देश के अन्य यूनिवर्सिटी में चल रहे इस कोर्स को भी बंद किया जाएगा। बीएलएड चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम है। हाल की में एनसीटीई की ओर से जारी किए गए ड्राफ्ट के अनुसार 2026-27 शैक्षणिक सेशन से बीएलएड प्रोग्राम को बंद कर दिया जाएगा और कोर्स संचालित करने वाले किसी भी मौजूदा संस्थान में नए प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

एनसीटीई की ओर से जारी मदौसा नियमों के अनुसार जिन संस्थानों को बीएलएड कोर्स के लिए मान्यता दी गई है। वह जारी रहेंगे और उन्हें इस शर्त के अधीन छात्रों को नामांकित करने की अनुमति दी जाएगी कि वे 2026-27 शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से पहले नए एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम आईटीईपी में दाखिला लेंगे।

कब शुरू किया गया था बीएलएड कोर्स?

एनसीटीई ने 2014 में शिक्षक शिक्षा कार्यक्रमों के लिए योग्यता और मानक निर्दिष्ट करने वाले नियम जारी किए थे। 2014 के नियमों में कहा गया था कि 12वीं के बाद पेशेवर डिग्री कार्यक्रम के रूप में पेश किया जाने वाला बीएलएड शिक्षकों को शिक्षा के प्रारंभिक चरण यानी कक्षा 1 से 8वीं तक के लिए तैयार करता है। दिल्ली विश्वविद्यालय ने इसे 1994-95 के शैक्षणिक वर्ष में शुरू किया था, जबकि एनसीटीई ने पहली बार 1999 में बीएलएड कार्यक्रम के लिए नियम अधिसूचित किए थे।

नए शैक्षणिक सेशन से नहीं होंगे एडमिशन

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार एनसीटीई के चेयरमैन पंकज अरोड़ा ने कहा कि इस साल हम बीएलएड में दाखिले की अनुमति देंगे, लेकिन 2026 के बाद से एडमिशन की अनुमति नहीं दी जाएगी। हमने प्रस्ताव दिया है कि इस कार्यक्रम को आईटीईपी में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत नए कोर्स ला रहे हैं। इसलिए पुराने कोर्स नए में बदल जाएंगे।

12वीं के बाद चार वर्षीय कार्यक्रम (बीए बीएड/बीएससी बीएड/बी.कॉम बीएड) आईटीईपी, जिसे 2023-24 शैक्षणिक सत्र से कुछ संस्थानों में पायलट मोड में लॉन्च किया गया था। अब पायलट मोड पर नहीं रहेगा और 2025-26 सत्र से शिक्षक शिक्षा के लिए एक नियमित प्रोग्राम के रूप में पेश किया जाएगा। इसमें चार विशेषज्ञताएं होंगी – योग, शारीरिक शिक्षा, संस्कृत शिक्षा और कला शिक्षा।

देश के कितने संस्थानों में संचालित है बीएलएड कोर्स?

2023 में दिल्ली विश्वविद्यालय अकादमिक परिषद ने बीएलएड को आईटीईपी से बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। अरोड़ा ने कहा कि देश भर में करीब 90-95 संस्थान बीएलएड कोर्स की पेशकश करते हैं। मसौदा नियम एक वर्षीय बीएड और एमएड कोर्स का भी प्रावधान करते हैं। उन्होंने कहा कि आईटीईपी में दाखिले के लिए एनटीए की ओर से राष्ट्रीय सामान्य प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। मसौदा नियमों के अनुसार बीएड और एमएड कार्यक्रमों में प्रवेश भी एनटीए द्वारा आयोजित एक विषय और योग्यता परीक्षा के माध्यम से होगा। केंद्रीय विश्वविद्यालयों में बीएड और एमएड पाठ्यक्रमों में प्रवेश वर्तमान में एनटीए द्वारा आयोजित सीयूईटी-यूजी और सीयूईटी-पीजी परीक्षा के माध्यम से होता है।