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Hisar News: HAU के छात्रों और सरकार के बीच बनी सहमति, धरना खत्म करने को तैयार छात्र

Hisar News: छात्रों की एक और बड़ी मांग थी कि मुख्य सुरक्षा अधिकारी (SCO) को उसकी सेवा निवृत्ति तक विश्वविद्यालय में...
 
HAU के छात्रों और सरकार के बीच बनी सहमति, धरना खत्म करने को तैयार छात्र
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Top Haryana: हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) में कई दिनों से चल रहे छात्र आंदोलन को लेकर अब बड़ा फैसला सामने आया है। छात्रों और सरकार के बीच बातचीत के बाद आठ मांगों पर सहमति बन गई है। इसके बाद छात्रों ने कहा है कि जैसे ही मांगों पर अमल शुरू होगा वे अपना धरना खत्म कर देंगे।

छात्रों की सभी प्रमुख मांगे मानी गईं

छात्रों की सबसे बड़ी मांग थी कि आंदोलन में शामिल किसी भी छात्र पर कोई कानूनी कार्रवाई न की जाए। सरकार ने इस मांग को मान लिया है। इसके अलावा जिन छात्रों की परीक्षा हो चुकी थी उन्हें 20 से 30 दिनों के भीतर दोबारा शेड्यूल किया जाएगा ताकि किसी को नुकसान न हो।

छात्रों की एक और बड़ी मांग थी कि मुख्य सुरक्षा अधिकारी (SCO) को उसकी सेवा निवृत्ति तक विश्वविद्यालय में प्रवेश न दिया जाए। इस पर भी प्रशासन ने सहमति जताई है। इसके साथ ही छात्रों के लिए पहले से लागू स्कॉलरशिप नीति जारी रहेगी।

कुलपति को भेजा जाएगा छुट्टी पर

छात्रों की ओर से उठाई गई सबसे अहम मांग यह थी कि विश्वविद्यालय के कुलपति को छुट्टी पर भेजा जाए। सरकार ने इस पर भी सहमति दी है और तय किया गया है कि कुलपति को छह महीने के लिए छुट्टी पर भेजा जाएगा। साथ ही इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी बनाई जाएगी।

शिक्षा मंत्री से हुई बातचीत

बुधवार को शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने छात्रों से फोन पर बात की। इसके बाद एसडीएम ज्योति मित्तल ने छात्रों को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में बुलाया और बातचीत के जरिए समाधान का रास्ता निकाला।

छात्रों की स्कॉलरशिप बढ़ाने की मांग और एचडीबी की सीटों को लेकर पुरानी नीति लागू रखने की बात भी सरकार ने मान ली है। इन सभी बातों पर सहमति बनने के बाद छात्रों ने प्रशासन को आश्वासन दिया कि जल्द ही धरना खत्म कर दिया जाएगा।

प्रशासनिक स्तर पर बदलाव शुरू

विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों की मांगों पर तुरंत एक्शन लेते हुए डायरेक्टर स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. मदनलाल खीचड़ को पद से हटा दिया है। उनकी जगह अब डॉ. एसके पाहूजा को यह जिम्मेदारी दी गई है।