top haryana

Highway and Expressway: हाईवे और एक्सप्रेसवे में क्या अंतर है? जानिए दोनों की स्पीड लिमिट और खास बातें

Highway and Expressway: आज हम आपको बताने जा रहें है कि हाईवे और एक्सप्रेस दोनों में क्या अंतर होता है। आइए जानें...
 
हाईवे और एक्सप्रेसवे में क्या अंतर
WhatsApp Group Join Now

Top Haryana: देश में हर दिन नई-नई सड़कें, हाईवे और एक्सप्रेस वे बनाए जा रहे हैं। इनका मकसद बड़े शहरों को आपस में जोड़ना और लोगों को तेज व सुरक्षित सफर की सुविधा देना होता है। इनमें एक्सप्रेस वे सबसे खास और आधुनिक तकनीक से बनाई जाने वाली सड़क होती है।

एक्सप्रेस वे क्या है?
एक्सप्रेस वे एक ऐसी सड़क होती है जो लंबी दूरी को कम समय में तय करने के लिए खास तौर पर बनाई जाती है। यह सड़क 6 से 8 लेन की होती है और इसे हाई स्पीड गाड़ियों के लिए डिजाइन किया जाता है। एक्सप्रेस वे पर आमतौर पर दोपहिया वाहन (जैसे बाइक, स्कूटर) और धीमी गति वाले वाहन (जैसे ट्रैक्टर या तिपहिया) नहीं चल सकते। यहां पर गाड़ियों की आवाजाही के लिए अलग-अलग एंट्री और एग्जिट पॉइंट बनाए जाते हैं, यानी आप कहीं से भी एक्सप्रेस वे पर नहीं चढ़ या उतर सकते।

यह भी पढ़ें- Haryana news: हिसार रेलवे स्टेशन को मिली कई नई सुविधाएं, रेलवे की पिंक बुक में शामिल

इस तरह की सड़कें पूरी तरह बंद (कंट्रोल्ड एक्सेस) होती हैं, जिससे ट्रैफिक कम होता है और सफर सुरक्षित रहता है। इन सड़कों पर सफर करना बाकी सड़कों की तुलना में ज्यादा आरामदायक और तेज होता है। भारत में अभी सबसे लंबा एक्सप्रेस वे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे है, उसके बाद लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे आता है जिसकी लंबाई करीब 302 किलोमीटर है।

हाईवे क्या है?
हाईवे भी एक लंबी दूरी की सड़क होती है। इसका उद्देश्य छोटे शहरों और गांवों को आपस में जोड़ना होता है। हाईवे आमतौर पर 2 लेन या 4 लेन की होती हैं और इन पर हर तरह के वाहन चलते हैं, जैसे बाइक, स्कूटर, ट्रैक्टर, आदि।

हाईवे पर एक्सप्रेस वे की तरह कोई खास एंट्री या एग्जिट प्वाइंट नहीं होते। आप किसी भी जगह से हाईवे पर चढ़ सकते हैं या उतर सकते हैं। इन सड़कों पर ट्रैफिक ज्यादा होता है और सफर की स्पीड एक्सप्रेस वे से कम होती है।

स्पीड लिमिट में क्या फर्क है?
एक्सप्रेस वे पर गाड़ियों की अधिकतम स्पीड लिमिट 120 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है, जबकि हाईवे पर यह 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक होती है। हालांकि यह लिमिट सड़क की स्थिति और ट्रैफिक के अनुसार बदल भी सकती है।

एक्सप्रेस वे पर नियम बहुत सख्त होते हैं। अगर कोई व्यक्ति बाइक या स्कूटर लेकर एक्सप्रेस वे पर चढ़ता है, तो उसे भारी जुर्माना देना पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर मोटरसाइकिल चलाने पर 10 हजार रुपये तक का जुर्माना लग सकता है।

यह भी पढ़ें- Haryana news: फर्जी HSSC CET विज्ञापन पर FIR, यूट्यूबर्स से हो रही पूछताछ