Haryana Today Weather: हरियाणा में फिर बदला मौसम, कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी, देखें ताजा रिपोर्ट

Top Haryana: हरियाणा में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। हाल ही में कई जिलों में हल्की बारिश हुई है और मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। इससे लोगों को गर्मी से काफी राहत मिलने की उम्मीद है।
कहां-कहां हुई बारिश?
बीते दिन हरियाणा के रेवाड़ी, गुरुग्राम, भिवानी, चरखी दादरी और महेंद्रगढ़ जिलों में हल्की बारिश दर्ज की गई। इस बारिश से तापमान में गिरावट आई और गर्मी से परेशान लोगों को थोड़ी राहत मिली। मौसम का यह मिजाज फिलहाल कुछ और दिन जारी रह सकता है।
फिर एक्टिव होगा मानसून
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में मानसून एक बार फिर से सक्रिय होने वाला है। विभाग ने बताया है कि प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की संभावना है। खासकर 12 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां भारी बारिश हो सकती है। इस अलर्ट के जरिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
इन जिलों में रहेगा बारिश का असर
मौसम विभाग की जानकारी के मुताबिक पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, झज्जर, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल जिलों में अगले 24 से 48 घंटे के दौरान बारिश हो सकती है। लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है खासकर खुले इलाकों और सड़कों पर।
अब तक सामान्य से ज्यादा बारिश
इस बार हरियाणा में अब तक सामान्य से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग ने बताया कि 26 जुलाई तक हरियाणा में औसतन 179.9 एमएम बारिश होनी चाहिए थी लेकिन अब तक 211.3 एमएम बारिश हो चुकी है।
यानी सामान्य से करीब 17% ज्यादा बारिश हो चुकी है। यमुनानगर जिला इस मामले में सबसे आगे है, जहां अब तक 473.3 एमएम बारिश दर्ज की गई है।
गर्मी से राहत मिलेगी
बारिश की वजह से प्रदेश में तापमान में गिरावट आई है, जिससे लोगों को तेज गर्मी से राहत मिली है। आने वाले दिनों में बादल छाए रहने और रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है जिससे मौसम और भी सुहाना हो सकता है।
लोगों से अपील
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि बारिश के दौरान सतर्क रहें। जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, वहां के लोगों को जलभराव, फिसलन और अन्य समस्याओं से बचने के लिए जरूरी सावधानी बरतनी चाहिए। किसान भाई भी मौसम की जानकारी के अनुसार अपनी कृषि गतिविधियों की योजना बनाएं।