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Haryana: हरियाणा में शिक्षकों ने किया नई ट्रांसफर नीति के खिलाफ प्रदर्शन, कोर्ट जाने को हैं तैयार

Haryana News: प्रदेश की बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां नारनौल के अंदर नई ट्रांसफर पॉलिसी का अध्यापकों के द्वारा विरोध प्रदर्शन शुरू किया गया। ये शिक्षा पॉलिसी सरकार ने साल 2023 में बनाई थी, जो की अब मार्च महीने में लागू होगी। 
 
Haryana: हरियाणा में शिक्षकों ने किया नई ट्रांसफर नीति के खिलाफ प्रदर्शन, कोर्ट जाने को हैं तैयार

TOP HARYANA: अध्यापकों ने कहा कि इस पॉलिसी में बेहतर बोर्ड परीक्षा रिजल्ट्स देने वाले और पुरस्कृत अध्यापकों को सरकार की ओर से तगड़ा झटका लगा है। दूसरी और इस से केवल कपल केस वाले पुरुष शिक्षकों को ही लाभ होगा।

मिली खबर के अनुसार, अध्यापकों का कहना है कि इस नई पॉलिसी से अध्यापकों में बहुत पक्षपात हो जाएगा। इस कारण सरकार को इस पॉलिसी को लागू नहीं करना चाहिए। साथ ही कुछ अध्यापक इसके खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी भी कर रहे हैं।

मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग में अध्यापकों के स्थानांतरण के लिए नई पॉलिसी में शानदार बोर्ड इग्ज़ैम रिजल्ट्स देने वाले तथा पुरस्कृत हुए शिक्षकों को आघात हुआ है। उन्हें पहले से दिए जाने वाले पांच नंबर नई पॉलिसी में हटा लिए गए हैं।

जानकारी के मुताबिक, इसके विपरीत कपल केस वाले मामले में पुरुष शिक्षकों पर प्रदेश सरकार बहुत मेहरबान हुई है क्योंकि जहां पहले सिर्फ महिलाओं को कपल केस के पांच नंबर मिलते थे। वहीं अब कपल केस में पुरूषों को भी पांच अंक मिलते हैं। 

अध्यापकों को होगा नुकसान

मिली सूचना के अनुसार, अध्यापक व प्रगतिशील शिक्षक ट्रस्ट के प्रधान संजय शर्मा ने कहां कि शानदार बोर्ड परीक्षा रिजल्ट्स देने वाले अध्यापकों को अब बेहतर परिणाम देने का कोई भी फायदा नहीं मिल सकेगा।

मिली जानकारी के अनुसार, इसके लिए अध्यापकों को स्थानंतरण पॉलिसी में दिए जाने वाले पांच नंबर वापस ले लिए गए हैं। अब ये नंबर सिर्फ प्राचार्य व मुख्याध्यापक को ही आगे से मिलेंगे। इससे शिक्षक इस फैसले से नाराज है। इसीलिए उनका ये कहना है कि बढ़िया बोर्ड का परीक्षा परिणाम लाने के लिए शिक्षकों का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसलिए उनको भी इसके लिए नंबर अवश्य मिलने चाहिए।

विजेताओं को झटका

मिली जानकारी के मुताबिक, हरियाणा के बेहतर शिक्षक अवॉर्ड विजेता डा. जितेंद्र भारद्वाज जी ने बताया कि राष्ट्रीय एवं प्रदेश सरकार से पुरस्कृत अध्यापकों को भी सरकार ने झटका दिया है। उन्हें पहले से ही पॉलिसी में दिए गए पांच नंबर वापस ले लिए गए हैं।

इससे उन्हें भी दूर के स्कूलो में ही ट्रांसफर मिलेगा। इस बारे में अध्यापक पवन कुमार का कहना है कि अगर हमारी वाइफ प्राइवेट विधालय में शिक्षिका है, तो इसमे हमारा क्या दोष है, जो हमारे जूनियर अध्यापकों को इसी वजह से ट्रांसफर में सीनियर कर दिया जाएगा कि उनकी वाइफ सरकारी शिक्षिका है।

जानकारी के अनुसार, बिना कपल केस के पुरुष शिक्षक नई पॉलिसी में घाटे में रहेंगे, उन्हें अपने गृह जिलों से दूर जाना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि पुरुषों को कपल केस के सिर्फ पांच नंबर दिया जाना गलत है।