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Haryana Roadways: हरियाणा रोडवेज कर्मचारी 6 मई तक रहेंगे भूख हड़ताल पर, प्राइवेट बसों के खिलाफ रोष

हरियाणा रोडवेज कर्मचारी 24 घंटे के लिए कर्मियों ने भूख हड़ताल शुरु कर दी है। वहीं ऐलान किया है कि कर्मचारी 6 मई तक सरकार की ओर से किए गए निजीकरण के विरोध में...
 
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Top Haryana, Haryana Desk प्राइवेट बसों को सरकार की ओर से बढ़ावा देने को लेकर रोडवेज विभाग के कर्मचारी हड़ताल पर चल रहे है। रोडवेज कर्मचारियों का आरोप है कि निजी बसों पर तैनात कर्मचारियों को सरकार की ओर से अधिक भुगतान कर रही है।

जिसके चलते अब हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने भूख हड़ताल शुरु कर दी है। हरियाणा सरकार के विरोध में कुरुक्षेत्र डिपो में कर्मियों ने  मोर्चा खोल दिया है। विभाग में आज  24 घंटे के लिए कर्मियों ने भूख हड़ताल शुरु कर दी है। वहीं ऐलान किया है कि कर्मचारी 6 मई तक सरकार की ओर से किए गए निजीकरण के विरोध में हड़ताल पर रहेंगे।

कर्मचारियों ने लगाए गंभीर आरोप

हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के डिपो प्रधान नरेंद्र पांचाल ने बताया कि हडताल के दौरान कामकाज ठप नहीं किया जाएगा। वहीं उन्होंने सरकार की नितियों के खिलाफ बोलते हुए कहा कि स 2018 में 710 किलोमीटर स्कीम के तहत निजी बसें चलाई गईं थी और जिनकी औसत आय 10.11 रुपए प्रति किलोमीटर है। वहीं अब उन्हें 32.33 रुपए प्रति किलोमीटर भुगतान किया जा रहा है। इससे विभाग को भारी नुकसान हो रहा है।

सरकार ने प्राइवेट बसों को दिया बढ़ावा

रोडवेज विभाग कुरूक्षेत्र यूनियन के सचिव रंजीत करोड़ा ने जानकारी देते हुए बताया किए हाल ही में 62 रुपए प्रति किलोमीटर किराए की इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई गई थी।

जो घाटे का सौदा है। वहींए निजी बसों के परमिट ऑनलाइन जारी कर दिए गए इसी के साथ ही उनकी परमिट फीस शून्य कर दी गई। वहीं अगर नियमों को देखें तो न्यूनतम 25 हजार रुपए फीस होनी चाहिए।

वहीं सचिव ने बताया किए साल 1993 के बाद वर्कशॉप में किसी भी मैकेनिकों की कोई भर्ती नहीं सरकार की ओर से जारी नहीं की गई। वहीं रोडवेज कर्मचारियों को मिलने वाले कई फायदे रोक दिए गए। सरकार की ओर से जानबुझकर घाटा दिखा रही है।

इस कारण सांझा मोर्चा ने 3 अप्रैल से  लेकर 6 मई तक हरियाणा के अलग.अलग डिपो में 12.13 मई को सभी डिपो में भूख हड़ताल और 8 जून को परिवहन मंत्री के आवास अंबाला में न्याय मार्च करने का फैसला किया है।