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Haryana news: हरियाणा के रेवाड़ी जिले में टीचरों का विरोध, जानें प्रदर्शन की असली वजह

Haryana news: हरियाणा के रेवाड़ी जिले में टीचरों के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, आइए जानें इसके पीछे की असली वजह क्या है?
 
हरियाणा के रेवाड़ी जिले में टीचरों का विरोध, जानें प्रदर्शन की असली वजह
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Top Haryana news: हरियाणा के रेवाड़ी जिले में रविवार रात को एक कैंडल मार्च आयोजित किया गया। यह मार्च भिवानी में महिला अध्यापक मनीषा की हत्या के खिलाफ विरोध जताने के लिए निकाला गया।

कैंडल मार्च कंकरवाली स्थित अंबेडकर पार्क से शुरू होकर शिव मंदिर तक गया। इस मार्च में न केवल शिक्षक, बल्कि स्थानीय नागरिक और द ऑल पावर ऑफ ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन के सदस्य भी शामिल हुए।

टीचरों ने दी श्रद्धांजलि
कैंडल मार्च से पहले प्रदर्शनकारियों ने मोमबत्तियां और बैनर के साथ मनीषा को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पर अपनी नाराजगी व्यक्त की।

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुलिस की लापरवाही के कारण अभी तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हो पाए हैं जिससे उन्हें न्याय मिलने में देरी हो रही है। यह घटना पूरे हरियाणा में गुस्से की लहर लेकर आई है और खासकर शिक्षक समुदाय में आक्रोश साफ देखा जा रहा है।

टीचरों का विरोध और चेतावनी

प्रदर्शन में शामिल शिक्षकों ने कहा कि भिवानी में मनीषा की हत्या ने पूरी शिक्षक समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस के सही कदम न उठाने के कारण आज तक दोषी पकड़ में नहीं आ सके हैं, जो उनके लिए एक बड़ी चिंता का विषय है।

इस मार्च में शिक्षक समुदाय के लोग, जैसे अनीता, कृष्णा, ललिता, रीना, सुमन, रजनी, गजेंद्र, डॉ. सोमबीर, विनोद महाशय और कई अन्य लोग भी शामिल थे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती और उन्हें सजा नहीं दी जाती, तो वे अपना विरोध और तेज करेंगे।

कैंडल मार्च का उद्देश्य और संदेश

कैंडल मार्च का मुख्य उद्देश्य मनीषा की हत्या को लेकर न्याय की मांग करना था। इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि शिक्षक समुदाय को सुरक्षा मिलनी चाहिए, ताकि उन्हें अपनी जिम्मेदारियां निभाते हुए अपने कार्यस्थल पर सुरक्षित महसूस हो।

टीचरों ने यह संदेश भी दिया कि वे किसी भी तरह के अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे और अगर उनकी आवाज़ को सुना नहीं जाता तो वे विरोध की आगे की राह पर चलने के लिए तैयार हैं।