हरियाणा में नए जिले और तहसीलों को बनाने की तैयारी तेज, कैबिनेट सब-कमेटी की बैठक का निर्णय, गठन की तैयारियां शुरू
Haryana News: प्रदेश में पहले से 22 राज्य है और अब हरियाणा सरकार कुछ नए राज्य बनाने जा रही है, साथ ही कुछ नई तहसील भी बनाई जाने वाली है।

TOP HARYANA: हरियाणा में नए जिले, तहसील और सब-तहसील बनाने के विषय पर एक बार फिर से मंगलवार को चंडीगढ़ में कैबिनेट सब कमेटी की अहम बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार जी कर रहे थे, बैठक में दो प्रस्तावों को अनुशंसा प्रदान की गई है।
जिसमें सिरसा और सोनीपत जिले के कुछ गांवों को नई तहसीलों में शामिल करने की सिफारिश लगाई गई है। प्रदेश में ने राज्य और तहसील बनाने के लिए पहले भी कई बार यह मुद्दा उठ चुका है और अब इसके कार्य को प्रगति मिल रही है। हरियाणा सरकार इस कार्य पर तेजी से काम व विकास कर रही है ताकि जल्दी से हरियाणा में नए राज्य स्थापित हो सके।
सिरसा और सोनीपत के लिए बदलाव प्रस्तावित
बैठक में निर्णय लिया गया है कि सिरसा जिले के लहंगेवाला, मत्तड़, रंगा और अलीकां गांवों को कालांवाली तहसील से हटाकर सिरसा तहसील में शामिल किया जाएगा।
सोनीपत जिले के ज्वारा गांव को गोहाना से हटाकर पानीपत जिले में शामिल करने की बात की गई। इन प्रस्तावों को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अंतिम मंजूरी के लिए भेजा गया है। बैठक में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल और कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा भी मौजूद रहे।
27 प्रस्ताव हुए पास
चंडीगढ़ में कैबिनेट सब कमेटी की अहम बैठक में बताया गया कि नए जिले, तहसील और उप-तहसील के गठन के लिए कुल 27 प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। इससे पहले की बैठक में 4 प्रस्तावों की अनुशंसा कर मुख्यमंत्री को भेजा जा चुका है। कृष्ण लाल पंवार ने राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उपायुक्तों को लंबित प्रस्तावों की रिपोर्ट जल्द ही सब-कमेटी को भेजने के निर्देश दे।
हरियाणा में बन सकते है 5 नए जिले
हरियाणा में वर्तमान समय में 22 जिले है लेकिन 5 नए जिले बनाने के प्रस्ताव सरकार के पास आए है, इन जिलों को बनाने की मांग उठी है
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असंध
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हांसी
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गोहाना
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सफीदों
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डबवाली
इन प्रस्तावों को मंजूरी मिल जाती है तो हरियाणा में जिलों की संख्या 22 से बढ़कर 27 हो जाएगी लेकिन इन जिलों के गठन पर अंतिम निर्णय लेने में अभी समय लग सकता है। सरकार पहले ही 22 जिलों की जगह 27 संगठनात्मक जिले गठित कर चुकी है, जिससे नए जिलों के गठन की संभावना अधिक बढ़ गई है।