Haryana News: हरियाणा में फर्जी प्रमाण पत्र से खेल रहे खिलाड़ी, अब आए जांच के घेरे में

Top Haryana: हरियाणा में स्कूल गेम्स के दौरान फर्जी जन्म प्रमाण पत्र लगाकर खेलने वाले खिलाड़ियों पर अब शिक्षा विभाग ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। राज्य के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च अधिकारियों को जांच के आदेश दे दिए हैं।
इस मामले में शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने साफ कहा है कि जो भी खिलाड़ी गलत तरीके से स्कूल गेम्स में खेले हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) को जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट देने को कहा है। उनका कहना है कि ऐसे मामलों से खेलों की छवि खराब होती है और ईमानदार खिलाड़ियों का हक मारा जाता है।
5 से 7 साल तक की उम्र कम दिखाई
जानकारी के अनुसार हरियाणा के जिलों फतेहाबाद, हिसार, जींद और भिवानी से जुड़े करीब 26 खिलाड़ियों की उम्र जानबूझकर 5 से 7 साल कम दर्शाई गई थी। इन खिलाड़ियों ने स्कूल स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और राज्य व राष्ट्रीय स्तर तक खेल चुके हैं। इतना ही नहीं उन्होंने सरकार से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि भी ले ली थी।
इन खिलाड़ियों ने हरियाणा के स्कूलों में एक जन्मतिथि दर्ज कराई थी जबकि खेलों में भाग लेने के लिए राजस्थान या दिल्ली से बने हुए अलग जन्म प्रमाण पत्र दिखाए गए जिनमें उनकी उम्र काफी कम दिखाई गई थी। यही सर्टिफिकेट प्रतियोगिताओं में जमा करवाए गए जिससे वे कम उम्र के दिखाकर स्कूल गेम्स में हिस्सा ले सके।
आरटीआई (सूचना का अधिकार) के तहत मांगी गई जानकारी में यह सामने आया कि ये सभी खिलाड़ी फुटबॉल से जुड़े हुए हैं। जब दस्तावेजों की जांच की गई तो जन्मतिथि में गड़बड़ी साफ पकड़ी गई। शिक्षा विभाग और पुलिस की जांच में भी इस फर्जीवाड़े की पुष्टि हो गई है।
शिकायत पर हुई कार्रवाई
शिकायतकर्ता गुलजार ने इस पूरे मामले को उजागर किया था। उनके द्वारा की गई शिकायत पर शिक्षा मंत्री के पीए दिनेश कुमार ने जानकारी दी कि विभाग को कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं। अब दोषी पाए जाने वाले खिलाड़ियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की धोखाधड़ी दोबारा न हो।