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Haryana News: झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करा रहे हैं तो हो जाएं सावधान, फाजलवास में सीएम फ्लाइंग ने पकड़ा फर्जी डॉक्टर

Haryana News: हरियाणा के फाजलवास गांव से सीएम फ्लाइंग की टीम ने एक फर्जी डॉक्टर को रंगे हाथों इलाज करते हुए पकड़ा है, जानें पूरी खबर...
 
Haryana News: झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करा रहे हैं तो हो जाएं सावधान, फाजलवास में सीएम फ्लाइंग ने पकड़ा फर्जी डॉक्टर
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Top Haryana: अगर आप बीमार होने पर अपने आस-पास के किसी छोटे क्लीनिक में इलाज करवाते हैं तो सतर्क हो जाएं। हो सकता है कि वहां बैठा हुआ डॉक्टर असली न होकर झोलाछाप हो। ऐसा ही एक मामला हरियाणा के फाजलवास गांव से सामने आया है जहां सीएम फ्लाइंग की टीम ने एक फर्जी डॉक्टर को रंगे हाथों इलाज करते हुए पकड़ा है।

सूचना मिलने पर मारी गई रेड

गुड़गांव के पास गांव फाजलवास में सीएम फ्लाइंग को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति बिना किसी मेडिकल डिग्री के लोगों का इलाज कर रहा है और मरीजों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहा है। इस सूचना के आधार पर सीएम फ्लाइंग ने सिविल अस्पताल पटौदी के मेडिकल ऑफिसर डॉ. सुशांत शर्मा के साथ मिलकर एक टीम बनाई और मौके पर छापा मारा।

सुखमनी हेल्थ केयर नाम से चला रहा था क्लीनिक

टीम ने गांव फाजलवास में सुखमनी हेल्थ केयर नाम से चल रहे क्लीनिक पर रेड की। वहां एक व्यक्ति इलाज करता हुआ मिला जिसकी पहचान राजस्थान के तिजारा तहसील के गांव सालाहेड़ा निवासी कमल सिंह के रूप में हुई।

जब टीम ने उससे पूछताछ की तो पहले उसने खुद को डॉक्टर बताया। लेकिन जब उससे मेडिकल डिग्री और अन्य जरूरी दस्तावेज मांगे गए तो वह कोई भी प्रमाण दिखाने में असफल रहा।

डॉक्टर नहीं था झोलाछाप

कमल सिंह के पास डॉक्टर होने का कोई कानूनी दस्तावेज नहीं मिला। इसके बावजूद वह क्लीनिक चलाकर लोगों का इलाज कर रहा था। टीम को मौके से बड़ी मात्रा में दवाइयां भी मिलीं जिन्हें तुरंत जब्त कर लिया गया है। दवाओं की भी जांच की जा रही है कि कहीं वे एक्सपायरी या अवैध तो नहीं हैं।

पुलिस ने किया केस दर्ज जांच जारी

रेड के बाद टीम ने बिलासपुर थाना पुलिस को शिकायत दी, जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अब पुलिस यह भी जांच कर रही है कि वह कितने समय से यह क्लीनिक चला रहा था कितने लोगों का इलाज कर चुका है और कहीं इससे किसी मरीज की तबीयत तो नहीं बिगड़ी।

सावधानी है जरूरी

इस घटना के बाद लोगों को यह समझना चाहिए कि इलाज कराते समय डॉक्टर की डिग्री और क्लीनिक की वैधता की जांच जरूर कर लें। झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से फायदे की जगह नुकसान हो सकता है जो आपकी सेहत के लिए खतरा बन सकता है। सरकार और प्रशासन भी लगातार ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई कर रहा है।