Haryana news: हरियाणा के CM सैनी ने इस जिले को दी बड़ी सौगात, करोड़ों की लागत से बदलेगा रूप

Top Haryana: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चरखी दादरी जिले को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने जिले में स्थित बधवाना डिस्ट्रीब्यूटरी के पुनर्निर्माण के लिए 41.30 करोड़ रुपये की राशि को मंजूरी दे दी है।
यह नहर क्षेत्र की सिंचाई और पीने के पानी की प्रमुख व्यवस्था है जिसे अब आधुनिक बनाया जाएगा। इस परियोजना को 2026 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
नहर का इतिहास और विस्तार
बधवाना डिस्ट्रीब्यूटरी, चरखी दादरी जिले में लोहारू नहर प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका निर्माण साल 1971-72 में किया गया था, तब इसकी पानी ले जाने की क्षमता 176 क्यूसेक थी।
अब समय के साथ जरूरतें बढ़ गई हैं इसीलिए इसकी क्षमता को बढ़ाकर 235 क्यूसेक किया जा रहा है। यह डिस्ट्रीब्यूटरी लोहारू फीडर के RD 42400-एल स्थान पर स्थित है और यह चरखी दादरी व बाढड़ा विधानसभा क्षेत्रों के रेतीले क्षेत्रों में सिंचाई और पीने के पानी की जरूरतों को पूरा करती है।
सिंचाई और पीने के पानी का मजबूत नेटवर्क
बधवाना डिस्ट्रीब्यूटरी से इमलोटा, कन्हेटी, मोरवाला, सरूपगढ़, सटोर, भागवी, समसपुर, ढाणी फोगाट, टिकन कलां, घसोला, कलियाणा, मंडोला, बलाली, दुधवा समेत आसपास के कई गांवों को सिंचाई और पीने का पानी मिलता है।
यह नहर अलग-अलग RD पॉइंट्स से निकलने वाले माइनर और सब माइनर चैनलों के माध्यम से इन गांवों तक पानी पहुंचाती है।
कई माइनर और सब माइनर चैनल होंगे लाभार्थी
प्रवक्ता ने बताया कि इस डिस्ट्रीब्यूटरी से जुड़े खेड़ी बूरा माइनर, डाबरी सब माइनर, खेड़ी सनवाल माइनर, 1-आर माइनर, गोठरा माइनर, राम नगर सब माइनर, मकराना सब माइनर, दाधी छिल्लर सब माइनर और गोठरा सब माइनर से दर्जनों गांवों को फायदा मिलेगा। इन गांवों में खेड़ी भूरा, बलकरा, मंडोला, मकरानी, रामनगर, मोरी, झोझू कलां और चांगरोड जैसे नाम प्रमुख हैं।
पीने के पानी के लिए 14 वॉटर टैंक और तालाबों को जोड़ा जाएगा
इस नहर से 14 वॉटर वर्क्स टैंक भी जुड़े हुए हैं, जो कन्हेटी, सरूपगढ़, समसपुर, कालियावास, घसोला, खेड़ी सनवाल जैसे गांवों को पीने योग्य पानी मुहैया कराते हैं।
साथ ही जल स्तर को बढ़ाने और पशु-पक्षियों के लिए भी पानी सुनिश्चित करने के लिए इस डिस्ट्रीब्यूटरी से 14 गांवों के तालाबों को भी जोड़ा जाएगा। इससे भागवी, ढाणी फोगाट, बलाली, टिकान कलां, कलियाणा, आदमपुर डाढ़ी जैसे गांवों को लाभ मिलेगा।