Haryana News: ईद की सरकारी छुट्टी रद्द, जानें बड़ा कारण
Chandigarh News: हरियाणा सरकार ने प्रदेश में ईद की गजटेड छुट्टी को रद्द कर दिया है। इसको लेकर चीफ सेक्रेटरी हरियाणा की तरफ से लेटर जारी किया गया है। आइए जानें कि क्यों रद्द की गई हैं सरकारी छुट्टी

Top Haryana, Haryana News: हरियाणा सरकार के चीफ सेक्रेटरी की तरफ से एक लेटर जारी किया गया हैं। इस लेटर में हवाला दिया गया है कि फाइनेंशियल ईयर 2024-2025 की क्लोजिंग चल रही हैं, इसी की वजह से छुट्टी रद्द की गई है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि 29 और 30 मार्च को वीकेंड है और इसके अगले दिन 31 मार्च को वित्त वर्ष का आखिरी दिन है।
ऐसे में लगातार तीन दिन की छुट्टीयां हो जाती हैं। इन 3 दिनों में सरकार का काफी काम प्रभावित होगा। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार की तरफ से यह आदेश जारी किया गया हैं। हरियाणा में ऐसा पहली बार है, जब ईद की छुट्टी रद्द की गई है। इससे पहले राज्य में कभी भी ऐसा नहीं हुआ हैं। सूबे में करीब 6% मुस्लिम आबादी है और करीब 18 लाख मुस्लिम वोटर हैं।
आपको बता दें कि 8 विधानसभा सीटों पर मुस्लिमों की आबादी काफी ज्यादा हैं। इसके अलावा प्रदेश में आधा दर्जन विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां पर मुस्लिम वोटर निर्णायक स्थिति में रहते हैं। प्रदेश के फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना, नूंह, हथीन, सोहना, यमुनानगर, साढौरा और जगाधरी में मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं। नूंह में भी लगभग सारे मुसलमान हैं।
पलवल और गुरुग्राम दिल्ली और राजस्थान की सीमाओं से बिल्कुल सटा हुआ है, जबकि यमुनानगर यूपी से सटा हुआ है। राज्य की 90 विधानसभा सीटों में इस बार 5 मुस्लिम विधायक हैं। अबकी बार 90 सीटों में से इस बार 5 मुस्लिम विधायक जीतकर आए हैं और ये सभी विधायक कांग्रेस पार्टी के हैं।
इनमें जगाधरी से अकरम खान, नूंह से आफताब अहमद, फिरोजपुर झिरका से मामन खान, पुन्हाना से मोहम्मद इलियास और हथीन से मोहम्मद इसराइल शामिल हैं। ये सभी मुस्लिम विधायक हैं।
आपको बता दें कि इस समय विधानसभा में बजट सत्र चल रहा है, इसलिए अब पूरे आसार हैं कि सदन की कार्यवाही के दौरान ईद की छुट्टी को रद्द करने का मुद्दा भी विपक्षी दल पूरे जोर से सदन में उठा सकता हैं। सरकार की और से जारी किए गए लेटर में कहा गया हैं कि वित्त वर्ष की क्लोजिंग होने के कारण यह फैसला सरकार की तरफ से लिया गया हैं।