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Haryana News: नूंह में थाना प्रभारी समेत 13 पुलिसकर्मियों पर केस, हाईकोर्ट के आदेश पर बड़ी कार्रवाई

Haryana News: हरियाणा के नूंह जिले से एक गंभीर मामला सामने आया है जहां अवैध वसूली के आरोप में 13 पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज किया गया है, जानें पूरी खबर...
 
Haryana News: नूंह में थाना प्रभारी समेत 13 पुलिसकर्मियों पर केस, हाईकोर्ट के आदेश पर बड़ी कार्रवाई
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Top Haryana: यह कार्रवाई पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर बुधवार को की गई। सभी पर आरोप है कि उन्होंने खनिज सामग्री से भरे ओवरलोड डंपरों से जबरन पैसे वसूले और विरोध करने पर वाहन मालिक के साथ मारपीट भी की।

डंपर मालिक की शिकायत पर शुरू हुई कार्रवाई

यह मामला गांव टांका घुड़ाकाली निवासी डंपर मालिक परवेज की शिकायत के बाद सामने आया। परवेज ने आरोप लगाया कि 5 अप्रैल की रात उसका डंपर फिरोजपुर झिरका होते हुए राजस्थान जा रहा था। रास्ते में पुलिस की PCR ने डंपर को रोक लिया यह गाड़ी तत्कालीन थाना प्रभारी अमन यादव के अधीन थी। परवेज का कहना है कि यह गाड़ी हर महीने अवैध वसूली के पैसों से चलती थी जिसे कुछ दलाल जमा करवाते थे।

लोहे के कांटे डालकर डंपर के टायर फाड़े

परवेज ने आगे बताया कि जब उसका डंपर महूं चौपड़ा के पास पहुंचा तो थाना प्रभारी अमन यादव ने जानबूझकर डंपर के टायरों के नीचे लोहे के कांटे फेंक दिए जिससे टायर फट गए। जब डंपर चालक ने इसका विरोध किया तो अमन यादव ने उसे गाड़ी में जबरन बैठाया और मारपीट करते हुए थाने ले गए।

झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी गई

घटना के बाद थाना प्रभारी ने अपने अन्य पुलिसकर्मियों को भेजकर डंपर को थाने मंगवा लिया। जब चालक ने पुलिसवालों से कहा कि डंपर के टायर फटे हुए हैं और इसे ऐसे नहीं चलाया जा सकता तो पुलिसकर्मियों ने उसे धमकाया और कहा कि अगर उसने ज्यादा विरोध किया तो उसे झूठे केस में फंसा दिया जाएगा।

हाईकोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ केस

परवेज की शिकायत को पहले अनसुना कर दिया गया, लेकिन जब मामला अदालत पहुंचा तो पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने इसे गंभीरता से लिया और केस दर्ज करने का आदेश दिया। इसके बाद फिरोजपुर झिरका थाने में तत्कालीन थाना प्रभारी अमन यादव, गाड़ी के चालक, होमगार्ड और अन्य पुलिसकर्मियों समेत कुल 13 लोगों पर केस दर्ज किया गया।

DSP कर रहे हैं जांच कार्रवाई की उम्मीद

अब इस पूरे मामले की जांच फिरोजपुर झिरका के डीएसपी अजायब सिंह को सौंपी गई है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

स्थानीय लोगों में रोष

इस घटना के सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में पुलिस प्रशासन के प्रति गुस्सा है। उनका कहना है कि जिन पर कानून की रक्षा की जिम्मेदारी होती है अगर वही कानून तोड़ें और लोगों से जबरन पैसे वसूलें तो न्याय की उम्मीद किससे की जाए अब सभी की निगाहें इस केस की जांच और कोर्ट के अगले आदेशों पर टिकी हैं।