Haryana News: कैथल मंडी में 1509 धान की आवक तेज, खरीफ फसलों की मंडियों में शुरुआत, जानें नए रेट

Top Haryana: कैथल जिले की बात करें तो यहां की मंडियों में 1509 किस्म के धान की आवक तेजी से बढ़ रही है। मंडियों में खरीद की प्रक्रिया ई-नेम (नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट) प्रणाली के तहत हो रही है।
इस प्रणाली की वजह से न केवल स्थानीय राइस मिलर्स मंडियों में आ रहे हैं, बल्कि टोहाना, सिरसा, सोनीपत और यहां तक कि पंजाब के भी कई मिलर्स कैथल मंडी में पहुंचकर धान खरीद रहे हैं।
किसानों की परेशानी
हालांकि आवक बढ़ने के साथ ही धान के दामों में गिरावट देखने को मिल रही है। कुछ दिन पहले तक किसानों को 1509 धान का भाव 3 हजार 260 रुपये प्रति क्विंटल तक मिल रहा था।
लेकिन अब इसमें 200 से 250 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ गई है। मौजूदा समय में किसानों को लगभग 3 हजार 80 रुपये प्रति क्विंटल तक ही भाव मिल रहा है।
नुकसान से परेशान किसान
धान के दाम घटने से किसानों में निराशा साफ दिखाई दे रही है। उनका कहना है कि इस बार मौसम और रोगों ने फसल को पहले ही बुरी तरह प्रभावित किया है।
खासकर बौना वायरस और बारिश की वजह से धान की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों पर असर पड़ा है। ऐसे में जब लागत पहले से ही बढ़ी हुई है। दाम कम मिलने से किसानों को प्रति क्विंटल हजारों रुपये का आर्थिक नुकसान हो रहा है।
मंडियों में आवक तेज
कैथल की नई अनाज मंडी में अब तक करीब 10 हजार क्विंटल धान पहुंच चुका है। रविवार को ही मंडी में लगभग 3 हजार 500 क्विंटल धान की आवक दर्ज की गई।
बढ़ती आवक के बावजूद किसानों की उम्मीद के मुताबिक दाम नहीं मिल रहे। राइस मिलर्स ने रविवार को अधिकतम 3 हजार 80 रुपये प्रति क्विंटल तक धान खरीदा। यह भाव पिछले 3-4 दिनों की तुलना में काफी कम है।
उम्मीदें अधूरी
धान के दाम में गिरावट की वजह से मंडी में किसानों के चेहरों पर मायूसी साफ दिखाई दी। किसानों का कहना है कि मेहनत और लागत के हिसाब से उन्हें सही दाम नहीं मिल रहे। सरकार से उम्मीद है कि वह इस स्थिति में कोई ठोस कदम उठाए ताकि किसानों को सही दाम मिल सके और उनका नुकसान कम हो।