Haryana news: 15 अगस्त को हरियाणा की 13 पंचायतें होंगी सम्मानित, यमुनानगर से 3 पंचायतें शामिल

Top Haryana: 15 अगस्त के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली के लाल किले पर हरियाणा की 13 ग्राम पंचायतों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इनमें से तीन पंचायतें यमुनानगर जिले की हैं।
ये पंचायतें हैं मानकपुर, टैहा ब्राह्मण और घेसपुर। इन गांवों के प्रतिनिधियों को परिवार सहित इस कार्यक्रम में भाग लेने का निमंत्रण दिया गया है।
यमुनानगर के तीन पंचायत प्रतिनिधियों को मिला सम्मान
यमुनानगर के तीन गांवों के सरपंच और प्रतिनिधि लाल किले पर होने वाले इस खास समारोह में शामिल होंगे। मानकपुर के सरपंच भारत सिंह, टैहा ब्राह्मण के मुकेश शर्मा और घेसपुर की कृष्णा देवी को इस सम्मान के लिए चुना गया है।
उन्होंने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों के सहयोग से उन्होंने अपने-अपने गांव में कई विकास कार्य कराए हैं, जिससे गांव में खुशहाली आई है। इसी वजह से उन्हें 15 अगस्त के अवसर पर दिल्ली में बुलाया गया है।
ग्रामीणों में खुशी की लहर
टैहा ब्राह्मण गांव के सरपंच मुकेश शर्मा के विशेष आमंत्रण से पूरे गांव और उनके परिवार में खुशी का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि उनके सरपंच ने लगातार गांव में विकास के काम किए हैं जिससे उन्हें यह सम्मान मिला है। गांव के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं कि उनके प्रतिनिधि को देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय समारोह में बुलाया गया है।
जिला अधिकारी बोले
जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सिंह और ब्लॉक विकास अधिकारी आस्था गर्ग ने बताया कि यमुनानगर की इन तीन पंचायतों को इसलिए चुना गया।
क्योंकि उन्होंने स्वास्थ्य सार्वजनिक स्वास्थ्य और अन्य सरकारी योजनाओं को पूरी गंभीरता से लागू किया है। साथ ही गांवों में विकास कार्य भी समय पर करवाए गए हैं। इन कारणों से ये पंचायतें हरियाणा सरकार की ओर से सम्मानित की जा रही हैं।
विकास कार्यों से मिली पहचान
इन पंचायतों की खास पहचान उनकी मेहनत और सही दिशा में काम करने से बनी है। स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर प्रबंध, सफाई और अन्य सरकारी योजनाओं के विकास में मददगार साबित हुआ। प्रशासन और जनता के सहयोग से गांवों ने अपने विकास में कई अहम कदम उठाए हैं। यह सम्मान उनके इस काम का परिणाम है।
15 अगस्त को होगा सम्मान समारोह
15 अगस्त को लाल किले पर होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में ये पंचायतें सम्मानित की जाएंगी। इस अवसर पर उनके प्रतिनिधियों को सम्मानित किया जाएगा और उन्हें विशेष अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा। यह गर्व का मौका है जिससे न केवल पंचायत प्रतिनिधि बल्कि पूरे गांव की पहचान भी बढ़ेगी।