Haryana news: हरियाणा में आगजनी और आपदा से निपटने की तैयारियां तेज, 59 नए फायर स्टेशन और आधुनिक उपकरणों की खरीद

Top Haryana news: हरियाणा सरकार ने राज्य में आगजनी और अन्य आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए बड़े स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता में हुई बैठक में अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं और आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों के साथ कई अहम फैसले लिए गए।
राज्य में खुलेंगे 59 नए फायर स्टेशन
सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश में 59 नए फायर स्टेशन खोले जाएंगे ताकि आग जैसी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। इसके लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार राज्य में मैपिंग करवाई गई थी। साथ ही 265 नई फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी खरीदी जाएंगी।
जींद में बनेगा प्रशिक्षण संस्थान
जींद में एक आधुनिक अग्निशमन एवं आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान बनाया जाएगा। यहां NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) के मानकों के अनुसार भूकंप, आग और बाढ़ जैसी आपदाओं से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी।
इसके अलावा प्रदेश में मौजूद सभी कुशल तैराकों का डाटा तैयार किया जाएगा और एक पोर्टल बनाया जाएगा जिससे आपदा के समय उनका उपयोग किया जा सके।
फायर NOC प्रक्रिया होगी आसान
अब फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट के नवीनीकरण के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) आवेदन करते ही ऑटोमेटिक जारी कर दिया जाएगा। इसके बाद संबंधित विभाग के अधिकारी 15 दिन के अंदर अचानक निरीक्षण करेंगे।
साथ ही फायर NOC को मुख्यमंत्री डैशबोर्ड से भी जोड़ा जाएगा ताकि इसकी निगरानी की जा सके। पेंडिंग फाइलों पर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं।
नई तकनीक से लैस उपकरणों की खरीद
सरकार जल्द ही 101 मीटर ऊंचाई तक पहुंचने वाली दो अग्निशमन गाड़ियां खरीदेगी। इसके साथ ही 13 हाइड्रोलिक प्लेटफार्म वाले फायर ब्रिगेड वाहन और ब्लॉक स्तर पर 250 फायर ब्रिगेड वाहन खरीदे जाएंगे। इन गाड़ियों में पानी के पाइप की लंबाई बढ़ाकर 1 हजार मीटर की जाएगी ताकि संकरी गलियों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में भी आग बुझाने में आसानी हो।
आधुनिक फायर फाइटिंग रोबोट की खरीद
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि 10 फायर फाइटिंग रोबोट भी खरीदे जाएंगे। ये रोबोट पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इस्तेमाल किए जाएंगे और आग बुझाने के काम में मदद करेंगे। इन रोबोटों से उन जगहों पर भी आग पर काबू पाया जा सकेगा जहां इंसानों के लिए जाना मुश्किल होता है।