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Haryana news: हरियाणा में एसीबी की बड़ी कार्रवाई, स्कूल क्लर्क से 30 लाख रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार

Haryana news: हरियाणा के सोनीपत में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई की है। आइए पढ़ें पूरी खबाबर विस्तार से...
 
हरियाणा में एसीबी की बड़ी कार्रवाई, स्कूल क्लर्क से 30 लाख रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार
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Top Haryana: एसीबी टीम ने एक निजी स्कूल के क्लर्क संदीप को 30 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। खबरों के मुताबिक संदीप ने यह रिश्वत दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर के नाम पर ली थी। आरोपी क्लर्क उस इंस्पेक्टर के भाई के स्कूल में काम करता है।

रिश्वत की शिकायत से खुला मामला
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब बड़वासनी गांव के निवासी विपिन ने एसीबी को शिकायत दी। विपिन ने बताया कि उनके रिश्तेदार प्रवीन लाकड़ा जो दिल्ली के नरेला इलाके में प्रॉपर्टी डीलर का वहां के प्रवीन गुप्ता से विवाद चल रहा है। इस विवाद में प्रवीन गुप्ता ने प्रवीन लाकड़ा के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज करा रखे हैं, एक जबरन रुपए मांगने का और दूसरा मारपीट का।

पुलिस अधिकारी से रिश्वत मांगने का आरोप
इन दोनों मामलों की जांच अलीपुर थाने से दिल्ली की डिवीजनल इंटेलीजेंस यूनिट के इंस्पेक्टर सुनील जैन कर रहे थे। आरोप है कि इंस्पेक्टर सुनील जैन ने 2024 में दर्ज जबरन रुपए मांगने के मामले में धारा हटाने और 2025 में दर्ज मारपीट के मामले को खत्म करने के लिए 1 करोड़ रुपए रिश्वत मांगी थी। बाद में 1 करोड़ की जगह 70 लाख रुपए पर सहमति बनी।

30 लाख रुपए के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार
शुक्रवार को विपिन 30 लाख रुपए लेकर संदीप के पास निजी स्कूल पहुंचा। तभी इंस्पेक्टर प्रमिला की टीम ने संदीप को 30 लाख रुपए के साथ गिरफ्तार कर लिया। वहीं, आरोपी इंस्पेक्टर सुनील जैन को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। इस कार्रवाई से भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा संदेश गया है कि सरकार इस पर पूरी नजर रखे हुए है।

भ्रष्टाचार पर सख्ती की जरूरत
यह मामला हरियाणा और दिल्ली के पुलिस प्रशासन में भ्रष्टाचार को लेकर चिंता बढ़ा रहा था। आरोप है कि पुलिस अधिकारी अपने पद का गलत इस्तेमाल कर गलत लाभ ले रहे थे। लेकिन अब एसीबी की इस कार्रवाई से साफ हुआ है कि भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

आम जनता को मिलेगी राहत
इस कार्रवाई से आम जनता को उम्मीद है कि पुलिस प्रशासन और सरकारी सिस्टम में सुधार होगा और भ्रष्टाचार कम होगा। खासकर गरीब और आम लोगों को न्याय और सरकारी सुविधाएं बिना किसी डर या रिश्वत के मिल पाएंगी।