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B.Ed डिग्रीधारकों के लिए खुशखबरी, CTET और TET पास करने की नहीं है जरूरत, जानें नए नियम 

B.Ed डिग्रीधारकों को लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही है, दरअसल सरकार ने अब B.Ed करने वालों को CTET और TET पास करने की अनिवार्यता को खत्म करने का आदेश दिया है, आइए जानें पूरी खबर विस्तार से...
 
B.Ed डिग्रीधारकों के लिए खुशखबरी, CTET और TET पास करने की नहीं है जरूरत
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TOP HARYANA: सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है, जिसके तहत B.Ed डिग्रीधारकों को CTET (Central Teacher Eligibility Test) और TET (Teacher Eligibility Test) पास करने की अनिवार्यता से छुटकारा मिल गया है। यह फैसला उन लोगों के लिए राहत लेकर आया है, जिन्हें पहले इन परीक्षाओं में कठिनाई होती थी।

इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को आसान बनाना और योग्य उम्मीदवारों को अधिक अवसर देना है। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि शिक्षण क्षेत्र में अधिक पारदर्शिता भी आएगी। आइए इस फैसले का पूरा विवरण जानें।

B.Ed डिग्रीधारकों के लिए नया अपडेट

B.Ed डिग्री धारक उम्मीदवारों को सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए CTET या TET परीक्षा पास करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह बदलाव उन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू होगा जहां पहले CTET और TET अनिवार्य थे। इस फैसले का मकसद यह है कि योग्य उम्मीदवार बिना किसी अतिरिक्त बाधा के शिक्षक बन सकें। इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि शिक्षण क्षेत्र में योग्य और कुशल शिक्षकों की कमी को पूरा किया जा सके।

CTET और TET क्या हैं?

CTET और TET दोनों परीक्षा उम्मीदवारों की योग्यता को मापने के लिए होती थीं।
CTET
यह परीक्षा केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और अन्य केंद्रीय सरकारी स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए होती थी।
TET
यह राज्य स्तर पर आयोजित होती थी और राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए जरूरी होती थी।

इन परीक्षाओं को पास करना कई उम्मीदवारों के लिए चुनौतीपूर्ण था, खासकर उन लोगों के लिए जो पहले से ही B.Ed डिग्री धारक थे। यही वजह है कि सरकार ने अब B.Ed डिग्रीधारकों को इन परीक्षाओं से छूट देने का फैसला किया है।

कौन लाभान्वित होगा?

यह नया नियम खासकर उन उम्मीदवारों के लिए फायदेमंद होगा जो पहले से B.Ed डिग्री धारक हैं। बार-बार CTET या TET परीक्षा में असफल हो चुके थे। शिक्षक बनने का सपना देख रहे थे लेकिन इन परीक्षाओं की वजह से उनका रास्ता बंद हो गया था। अब ये उम्मीदवार बिना किसी अतिरिक्त परीक्षा के सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

नए नियम के फायदे

  • सरकार द्वारा लिया गया यह फैसला कई फायदे लेकर आएगा
  • अब उम्मीदवारों को CTET या TET की तैयारी में समय नहीं लगाना पड़ेगा।
  • इन परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग और अन्य संसाधनों पर खर्च कम होगा।
  • शिक्षक भर्ती प्रक्रिया अधिक सरल और तेज हो जाएगी।
  • अब केवल B.Ed डिग्री धारक की योग्यता को प्राथमिकता दी जाएगी।

क्या यह सभी राज्यों में लागू होगा?

यह नियम पूरे देश में लागू किया जाएगा, लेकिन कुछ राज्य इसे अपनी स्थितियों के अनुसार लागू कर सकते हैं। इसलिए उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।

क्या इस फैसले से कोई नुकसान भी हो सकता है?

यह निर्णय अधिकांश उम्मीदवारों के लिए फायदेमंद है, लेकिन कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इससे शिक्षण क्षेत्र की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है। CTET और TET जैसी परीक्षाएं शिक्षकों की योग्यता को मापने का एक मानक थीं, और इनके हटने से कुछ जगहों पर अयोग्य उम्मीदवार भी भर्ती हो सकते हैं।

क्या आप अभी भी CTET/TET दे सकते हैं?

आप चाहें तो अभी भी CTET या TET परीक्षा दे सकते हैं, क्योंकि कुछ निजी स्कूल या राज्य सरकारें इसे मान्यता दे सकती हैं। लेकिन सरकारी स्कूलों में अब B.Ed डिग्रीधारकों के लिए इन परीक्षाओं की आवश्यकता नहीं होगी। यह निर्णय निश्चित ही लाखों B.Ed डिग्रीधारकों के लिए राहत की खबर है और शिक्षण क्षेत्र में अधिक अवसरों की राह खोलता है।