High Court: क्या दामाद को ससुर की संपत्ति में अधिकार मिलता है, जानें हाई कोर्ट का बड़ा फैसला

TOP HARYANA: शादी हर व्यक्ति के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। आमतौर पर देखा जाता है कि बेटी के माता-पिता उसकी शादी के बाद यह सुनिश्चित करने की कोशिश करते हैं कि वह ससुराल में सुखी रहे। लेकिन क्या दामाद का अपने ससुर की संपत्ति पर कोई कानूनी अधिकार होता है? इस पर हाई कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है।
दामाद का ससुर की संपत्ति पर कोई हक नहीं
कोर्ट ने साफ कर दिया है कि दामाद को ससुर की संपत्ति पर कोई कानूनी अधिकार नहीं होता, चाहे उसने उस संपत्ति को खरीदने या बनाने में आर्थिक मदद ही क्यों न की हो। ससुर अपनी मर्जी से अपनी संपत्ति दामाद के नाम कर दें, तो वह संपत्ति कानूनी रूप से दामाद की हो जाएगी। अगर यह जबरदस्ती या धोखाधड़ी से हुआ है, तो इसे अदालत में चुनौती दी जा सकती है।
पत्नी का भी ससुराल की पैतृक संपत्ति पर हक नहीं
कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि पत्नी को अपने पति या ससुराल की पैतृक संपत्ति पर कोई कानूनी अधिकार नहीं होता। यदि पति की मृत्यु हो जाती है, तो पत्नी को केवल वही हिस्सा मिलता है जो उसके पति का था। अगर पति के निधन के बाद सास-ससुर की मृत्यु हो जाती है और उन्होंने अपनी संपत्ति किसी और के नाम नहीं की है, तो पत्नी को उस संपत्ति पर अधिकार मिल सकता है।
मामला क्या था
केरल हाई कोर्ट ने यह फैसला डेविस राफेल नाम के व्यक्ति की याचिका को खारिज करते हुए दिया। डेविस ने अपने ससुर हेंड्री थॉमस की संपत्ति पर दावा किया था। हेंड्री थॉमस ने ट्रायल कोर्ट में मुकदमा दायर किया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उनका दामाद उनकी संपत्ति पर अवैध रूप से कब्जा कर रहा है और उनके घर में रहने का हक मांग रहा है।
हेंड्री ने बताया कि यह संपत्ति उन्हें चर्च से उपहार में मिली थी, और उन्होंने अपनी मेहनत से इसमें घर बनाया है। उन्होंने साफ कहा कि उनकी संपत्ति पर दामाद का कोई अधिकार नहीं है।
दामाद का दावा और कोर्ट का फैसला
डेविस राफेल ने अपनी दलील में कहा कि उन्होंने हेंड्री की इकलौती बेटी से शादी की है, इसलिए उन्हें उस घर में रहने का अधिकार मिलना चाहिए। लेकिन हाई कोर्ट ने यह तर्क मानने से इनकार कर दिया।
कोर्ट ने कहा कि केवल शादी कर लेने से कोई व्यक्ति ससुर के घर का कानूनी उत्तराधिकारी नहीं बन जाता। हाई कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखते हुए साफ कर दिया कि दामाद का ससुर की संपत्ति पर कोई अधिकार नहीं है।