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Budget 2025: कैंसर और गंभीर बीमारियों की दवाएं हुई सस्ती, जाने यह महत्वपूर्ण खबर 

Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का यूनियन बजट पेश कर दिया है, इस दौरान उन्होंने हेल्थ सेक्टर में कई बड़ी और अहम घोषणा की है, कैंसर और दूसरी खतरनाक बीमारियों की दवा की कीमत...

 
Budget 2025: कैंसर और गंभीर बीमारियों की दवाएं हुईं सस्ती, जाने यह महत्वपूर्ण खबर 

TOP HARYANA: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण फरवरी को संसद में बजट पेश किया है, इस दौरान वित्त मंत्री ने हेल्थ डिपार्टमेंट में कई सारी सुविधाएं प्रदान की है। बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री ने बहुत सारे ऐलान किए है, जिसमें कैंसर हॉस्पिटल में डे-केयर की शुरुआत, भारत में मेडिकल टूरिज्म के लिए आसान वीजा उपलब्ध करा रही है। भारत देश में अब कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का इलाज आसानी से किया जा सकता है। 

डे-केयर की स्थापना

देश में अब कैंसर और दूसरी गंभीर बीमारियों की दवा की कीमत कम कर दी जाएगी ताकि जिससे इलाज के दौरान दवा की कीमत के कारण आम लोगों को एक आर्थिक दिक्कत से ना गुजरना पड़े और कोई आर्थिक रूप से समस्या ना हो। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया है कि केंद्र सरकार राज्यों के सहयोग से गांवों में आम लोगों के कल्याण के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने वाली है।

इस साल के बजट में  200 कैंसर डे-केयर केंद्र हमारे देश में खोले जाने की घोषणा की गई है और इससे गांव के लोगों को एक बेहतरीन इलाज मई सकेगा। सरकार देश के सभी गाँव और शहरों में एक बढ़िया इलाज देने के लिए कार्य कर रही है। 

फैल रही बीमारियों के लिया गया ये फैसला

भारत में नॉन-कम्युनिकेबल डिज़ीज़ और कम्युनिकेबल डिजीज के बढ़ते हुए मामले और एक साथ बढ़ते हुए स्वास्थ्य संकट का सामना करना पड़ रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को बजट 2025-26 में स्वास्थ्य को लेकर कुछ अहम और विशेष घोषणा की है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और जीनोम अनुक्रमण हमरे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है यह खास योजना।

1 फरवरी 2025 को भारत सरकार ने तीन प्रमुख कैंसर दवाओं

ट्रैस्टुजुमैब डेरक्सटेकन, ओसिमर्टिनिब और डुरवालुमैब से जीएसटी में कटौती कर दी है।  चिकित्सा दवाओं के साथ-साथ रेडियोथेरेपी मशीनों और रोबोटिक्स जैसे उन्नत कैंसर के इलाज करने वाले उपकरणों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए, जिनमें से अधिकांश पर लगभग 37% सीमा शुल्क है। इन पर शुल्क संरचना को तर्कसंगत बनाने से भारत देश में कैंसर इलाज का सस्ता और बेहतर करने में मदद मिलेगी, भारत में स्वास्थ्य सेवा को बदलने में एक बड़ी भूमिका निभा सकता है।