Breaking News: SSC की नई टेक्नोलॉजी से नकल पर कड़ा नियंत्रण, इस नए सिस्टम से होगी निगरानी

Top Haryana: नए सिस्टम प्रणाली में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया जाएगा जो नकल करने वाले उम्मीदवारों की पहचान करने में मदद करेगा। अब से एसएससी के द्वारा आयोजित परीक्षाओं में नकल पर पूरी तरह से काबू पाया जाएगा और किसी भी प्रकार के अनुचित साधनों का इस्तेमाल करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
AI की मदद से नकल पकड़ना होगा आसान
नए तकनीकी उपायों के तहत अगर कोई उम्मीदवार दूसरे के कंप्यूटर की स्क्रीन पर झांकता है या नकल करने की कोशिश करता है तो एआई की मदद से उसे तुरंत पकड़ लिया जाएगा। इस तकनीक के माध्यम से आयोग को न केवल नकल करने वालों की पहचान करने में मदद मिलेगी बल्कि इससे परीक्षा की निष्पक्षता भी सुनिश्चित होगी।
किसी भी प्रकार की नकल में पकड़े जाने पर उम्मीदवार को परीक्षा से वंचित कर दिया जाएगा और उसकी जानकारी एसएससी की वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दी जाएगी। यह कदम पारदर्शिता को बढ़ाने और नकल की घटनाओं को समाप्त करने के लिए उठाया गया है।
कड़ी कानूनी कार्रवाई का प्रावधान
एसएससी ने अपनी ओर से उम्मीदवारों को चेतावनी दी है कि यदि वे किसी भी तरह से नकल करने की कोशिश करते हैं तो उनके खिलाफ सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 2024 (PEA अधिनियम, 2024) के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस कानून के तहत नकल करने या अनुचित साधनों का इस्तेमाल करने वाले उम्मीदवारों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी जिसमें उम्मीदवार की उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी और वह भविष्य की किसी भी परीक्षा में बैठने के योग्य नहीं रहेगा।
नकल के मामलों में रिमोट कंट्रोल का इस्तेमाल भी पकड़ में आएगा
एसएससी ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि परीक्षा के दौरान कोई उम्मीदवार बाहरी रिमोट कंट्रोल का सहारा लेने की कोशिश करता है तो भी उन्नत तकनीक के माध्यम से इसे ट्रैक किया जाएगा।
इस प्रकार नकल और अनुचित साधनों के प्रयोग को लेकर एसएससी ने न केवल परीक्षा की गुणवत्ता और निष्पक्षता को बनाए रखने का निर्णय लिया है बल्कि इसके लिए एक मजबूत तकनीकी प्रणाली भी विकसित की है।
उम्मीदवारों को चेतावनी: बिना नकल के दें परीक्षा
एसएससी ने सभी उम्मीदवारों से अपील की है कि वे परीक्षा के दौरान बिना किसी अनुचित साधन के अपना प्रदर्शन दें। तकनीक के इस इस्तेमाल से परीक्षा की प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता को बढ़ावा मिलेगा और नकल की संभावना को खत्म किया जाएगा।
उम्मीदवारों को इस नई व्यवस्था के तहत परीक्षा देने के लिए पूरी तरह से तैयार रहना होगा और किसी भी तरह की नकल या धोखाधड़ी से बचना होगा ताकि वे अपनी परीक्षा में सफल हो सकें।