Haryana news: भाखड़ा नहर में समाई क्रूजर, 9 लोगों की मौत, 3 की तलाश जारी...
Fatehabad news: फतेहाबाद के पास भाखड़ा नहर में एक क्रूजर गाड़ी के गिरने से बड़ा ही दर्दनाक हादसा हो गया, गाड़ी में सवार लोगों की तलाश लगातार जारी है।

TOP HARYANA: रतिया उपमंडल के गांव से एक परिवार शादी समारोह के लिए पंजाब की लाधुका मंडी में गया था। रतिया के साथ में लगते पंजाब के दो गावों से भी उनके आपसी किसी रिश्तेदार की क्रूजर गाड़ी में सवार हो गए। शुक्रवार रात को करीब नौ बजे अधिक धुंध के कारण उनकी गाड़ी गांव खाई और सरदारे वाला के बीच में 22 फीट गहरी भाखड़ा नहर में जाकर गिर गई।
इस भयानक हादसे मेंफतेहाबाद क्रूजर कार में सवार 9 लोगों की मौत हो गई। कार में सवार कुल 14 में से केवल 2 लोग ही जिंदा बच पाए हैं। तीन लोगो की तलाश शनिवार देर शाम तक जारी रही। शनिवार को 4 लोगों के शव पंजाब के फरीदके हेड और 4 लोगों के शव सिरसा के कालांवाली पास पंजाब के नहरी क्षेत्र के पास से मिले।
नहर में बहे कुल 8 लोगों के शव दुर्घटनास्थल से लगभग 40 से लेकर 60 किलोमीटर की दूरी पर मिले थे। एक का शव शुक्रवार की रात को ही हादसा स्थल के बिल्कुल पास मिल गया था। इस हादसे में जान गवाने वालों की पहचान गाड़ी चालक छिद्र सिंह आयु 55
झंडो बाई (65),जगीरो बाई (45) बलवीर सिंह 60 , सहज दीप कौर (1), सजना (12), रविन्द्र कौर (35), शिरो बाई 60 और कंतो बाई (45) शामिल हैं। इसके अलावा गांव महमड़ा निवासी जरनैल सिंह (40) और अरमान (10) दोनों बच गए हैं, जबकि तारो बाई (60), लखविंदर कौर (25) और जसविंदर की तलाश बाकी है।
जिला प्रशासन ने कोहरे को देखते हुए शनिवार की रात आठ बजे के बाद राहत और बचाव दल के सभी सदस्यों को पानी से बाहर निकाल लिया अब प्रशासन ने नहर से 75 किलोमीटर दूर तक पंजाब के दायरे में भी नाके लगा दिए हैं, इसके लिए 100 से अधिक लोग नहरों पर तैनात किए गए हैं।
पुलिस के अनुसार
रतिया के गांव महमड़ा से एक परिवार शादी में शामिल होने के लिए पंजाब की लाधुका मंडी गया था। शुक्रवार रात करीब 9 बजे धुंध के कारण उनकी गाड़ी असंतुलित होकर गांव खाई और सरदारे वाला के बीच में 22 फीट गहरी भाखड़ा नहर में जाकर गिर गई।
इस दौरान गाड़ी में सवार जरनैल सिंह तो तैरकर बाहर आ गया। उसकी सूचना के आधार पर रात को ही तलाशी शुरू कर दी गई, जिसके बाद से हादसा स्थल से 11 वर्षीय अरमान को ग्रामीणों ने नहर से बाहर निकाल लिया। तलाशी के थोड़ी देर बाद गाड़ी भी मिल गई, जिसमें अकेला बलबीर सिंह ही मिला था। अस्पताल ले जाते समय उसने भी रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
शुक्रवार रात करीब 12 बजे तक ढूंढा गया, लेकिन धुंध अधिक होने के कारण कोई नहीं मिला। ऐसे में अब राहत के कार्य को बीच में ही रोक दिया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों की टीम ने लापता लोगों की तलाश की। इसके बाद 60 किलोमीटर के दायरे में 8 शव मिल गए।