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8th Pay Commission: 8वें वेतन आयोग में क्लर्क से लेकर चपरासी तक कितनी हो जाएगी सैलरी, जानें ...

Pay Commission: केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में 8वें वेतन आयोग को मंजूरी दी जा चुकी है, लेकिन इसे अगले साल तक लागू किया जा सकता है। आईये जानें इस खबर से पूरी डिटेल

 
8th Pay Commission: 8वें वेतन आयोग में क्लर्क से लेकर चपरासी तक कितनी हो जाएगी सैलरी, जानें ...

TOP HARYANA: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में 8वें वेतन आयोग को सरकार ने मंजूरी दे दी है। इसे साल 2026 में लागू किए जाने की पूरी संभावना भी जताई जा रही है। 

फिलहाल, देश के केंद्रीय कर्मचारियों का सैलरी का स्ट्रक्चर 2016 में लागू हुए 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप ही हैं।वेतन आयोग फिटमेंट फैक्टर के आधार पर ही कर्मचारियों की सैलरी पर सिफारिश करेगा। इसी के आधार पर ही इनकी सैलरी बढ़ाई जाएगी।

क्या होता है फिटमेंट फैक्टर?

फिटमेंट फैक्टर एक प्रकार का फार्मूला है जिसका उपयोग सरकार की ओर से सरकारी कर्मचारियों के वेतन और पेंशन की गणना के लिए किया जाता है। यह महंगाई, कर्मचारियों की सभी जरूरतों और सरकार की वित्तीय क्षमताओं जैसे विभिन्न कारकों पर विचार करके ही तय किया जाता है। मिली रिपोर्ट्स के मुताबिक, 8वां वेतन आयोग 2.86 के फिटमेंट फैक्टर के आधार पर पेश किया जा सकता है।

जानिए कितना होगा इजाफा

लेवल- 1 में चपरासी, अटेंडेट और सपोर्ट स्टाफ आदि शामिल हैं। 18 हजार रूपए के मूल वेतन को संशोधित करके 51 हजार 480 रूपए करने की उम्मीद है, जो कि 33 हजार 480 रूपए की बढ़ोतरी है।

लेवल- 2 में लोअर डिविजन क्लर्क के पद आते हैं। 19 हजार 900 रूपए का मूल वेतन 56 हजार 914 रूपए तक बढ़ने की संभावना है, जो 37 हजार 14 रूपए से अधिक है।

लेवल- 3 में पुलिस कॉन्स्टेबल या सार्वजनिक सैन्य सेवाओं में कांस्टेबलों और स्किल स्टाफ को शामिल किया गया हैं। वर्तमान में 21 हजार 700 रूपए का मूल वेतन मिलता है। इसके 40 हजार 362 रूपए की बढ़ोतरी के साथ 62 हजार 62 रूपए तक बढ़ने की उम्मीद है।

लेवल- 4 में ग्रेड D के स्टेनोग्राफर और जूनियर क्लर्क को शामिल किया गया हैं। इन सभी की बेसिक सैलरी वर्तमान में 25 हजार 500 रूपए है और यह बढ़कर 72 हजार 930 रूपए हो सकता है, जो कि 47 हजार 430 रूपए की बढ़ोतरी है।

लेवल- 5 में सीनियर क्लर्क और उच्च लेवल के तकनीकी कर्मचारीयों को शामिल किया गया हैं। वर्तमान में इनकी बेसिक सैलरी 29 हजार 200 रूपए है। इसे अब संशोधित करके 83 हजार 512 रूपए किए जाने की संभावना है, जो 54 हजार 312 रूपए की बढ़ोतरी है।

लेवल- 6 में इंस्पेक्टर और सब-इंस्पेक्टर के पद शामिल हैं। इनका मूल वेतन संशोधित होकर 1 लाख 1 हजार 244 रूपए हो सकता है, जो 65 हजार 844 रूपए की बढ़ोतरी हैं।

लेवल- 7 में सुपरिटेंडेंट्स, सेक्शन ऑफिसर्स और सहायक इंजीनियर आदि प्रकार के पद शामिल हैं। इनका मूल वेतन 44 हजार 900 रूपए से बढ़ाकर 1 लाख 28 हजार 414 रूपए किया जा सकता है, जो 83 हजार 514 रूपए से अधिक है।

लेवल- 8 में अस्सिटेंट ऑडिट अधिकारियों का मूल वेतन 47 हजार 600 रूपए से बढ़कर 1 लाख 36 हजार 136 रूपए हो जाएगा, जो कि 88 हजार 538 रूपए की बढ़ोतरी हैं।

लेवल- 9 में डिप्टी सुपरिटेंडेंट और अकाउंट अधिकारी के पद है, जिनका मूल वेतन 53 हजार रूपए है, जो बढ़कर 1 लाख 51 हजार 866 रूपए हो जाएगा, जो कि 98 हजार 766 रूपए की वृद्धि हैं।

लेवल- 10 के कर्मचारियों का मूल वेतन इस समय 56 हजार100 रूपए मूल वेतन है अब उनका वेतन 1 लाख 60 हजार 446 तक बढ़ सकता है, जो कि 1 लाख 4 हजार 46 रूपए की बढ़ोतरी हैं।