UPI Down: डिजिटल पेमेंट 17 बार हुआ फैल, ग्राहकों को हुई बड़ी परेशानी
UPI Down: ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम भारत में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है, लोग अपने रोजाना के भुगतान करने के लिए डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल कर रहे है।
Top Haryana, New Delhi: ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम भारत में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है, लोग अपने रोजाना के भुगतान करने के लिए डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल कर रहे है। अब लोग अपने पास कैश नहीं रखते है, वह UPI से डिजिटल पेमेंट करना अधिक पसंद कर रहे है लेकिन डिजिटल पेमेंट के साथ अब अनेक तरह की समस्याएं भी सामने आ रही है।
Google Pay, PhonePe और Paytm जैसे प्लेटफॉर्म पिछले महीने में 3 बार ठप हो चुके है जिससे लोगों को काफी समस्याएं भी हो रही है, एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 5 सालों में देखा जाए तो UPI लगभग 17 बार क्रैश हो चुका है।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के मुताबिक मार्च 2020 से लेकर मार्च 2025 के बीच टोटल 17 बार UPI क्रैश हुआ है, इस दौरान यह कई घंटों तक कोई भी ट्रांजैक्शन नहीं कर पाया है।
सोशल मीडिया
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर NPCI ने तकनीकी दिक्कतों को इसका मुख्य कारण बताया है, इसके साथ ही यह भी बताया कि इसकी वजह से लेनदेन में भी भारी गिरावट देखी गई है उन्होंने इसके लिए दुख व्यक्त करते हुए यूज़र्स से माफी भी मांगी है। जुलाई 2024 में UPI सेवा काफी अधिक वक्त के लिए ठप रही थी, जुलाई 2024 में UPI सेवा 4 घंटे तक ठप रही थी।
NPCI का यह कहना है कि UPI का मंथली अपटाइम 99 फीसदी से भी अधिक रहा है, एक्सपर्ट्स के अनुसार जब UPI सेवा महज 1 घंटे के लिए भी ठप हो जाती है तो इसका प्रभाव लगभग 4 करोड़ ट्रांजैक्शनों पर हो सकता है।
इस साल मार्च में हर दिन औसतन 59 करोड़ UPI ट्रांजेक्शन किया गए है, 26 मार्च को जब पहली बार मार्च के महीने में सेवा ठप हुई, उस दिन केवल 55 करोड़ ट्रांजेक्शन किया गए थे जो एक दिन पहले की तुलना में 7 फीसदी कम थे।
UPI सर्विस पर चार्ज
जानकारी के मुताबिक पेमेंट काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिखकर जीरो MDR पॉलिसी पर एक बार फिर से विचार करने के लिए निवेदन किया है।
उनका कहना है कि RuPay डेबिट कार्ड और UPI ट्रांजेक्शनों पर 0.3 फीसदी का टैक्स लेना चाहिए और इसके अलावा उनका यह कहना है कि यह टैक्स छोटे व्यापारियों से नहीं बल्कि केवल बड़े व्यापारियों से ही वसूल किया जाना चाहिए।