बीएड करने का झंझट खत्म, अब केवल इस एक परीक्षा से बन सकेंगे टीचर

 नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बीएड के कोर्स को खत्म करने का फैसला लिया गया है।  नई शिक्षा नीति 2020  में बीएड के स्थान पर एक नया कोर्स लॉन्च होने जा रहा है। जिससे करने के साथ ही आपका सिलेक्शन...
 
Top Haryana, Haryana Desk सरकारी से लेकर प्राइवेट स्कूलों में टीचर पद पर सेवाएं देने के लिए बीएड डिग्री की मांग की जाती है। इसके लिए ग्रेजुएशन के बाद छात्रों को बीएड का यह कोर्स करना पड़ता है। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत अब सरकार की ओर से बीएड कोर्स की मान्यता खत्म करने का फैसला लिया जा रहा है। 
शिक्षा नीति 2020 के तहत बीएड डिग्री की जगह अब नया कोर्स लॉन्च किया जाने वाला है। प्रदेशभर में कई बड़ी यूनिवर्सिटी में ये कोर्स शुरू भी हो चुका है।

जानें क्या है बीएड कोर्स?

बीएड का पूरा नाम बैचलर ऑफ एजुकेशन है। यह एक प्रोफेशनल ग्रेजुएशन प्रोग्राम है। टीचिंग सेक्टर में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों को यह कोर्स ग्रेजुएशन के बाद पूरा करना होता है। बता दें कि इस कोर्स में पढ़ाने का तरीका और स्पेशल सब्जेक्ट की डिटेल नॉलेज होती है। जो आगे चलकर टीचिंग के दौरान काम आती है। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत अब जल्द ही इस कोर्स को बंद करने का फैसला लिया जा रहा है।

क्या है आईटीईपी कोर्स?

स्कूलों में टीचिंग को बेहतर बनाने के लिए नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बीएड की जगह नया इंटीग्रेटेड प्रोग्राम लॉन्च हो चुका है। इस कोर्स का नाम इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम है। इसे नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन की ओर से नई शिक्षा नीति के तहत तैयार किया गया है। इसे हायर एजुकेशन सिस्टम में शामिल किया जा रहा है।


कितने साल का है आईटीईपी कोर्स?

आईटीईपी कोर्स को पूरा करने के लिए आपको 4 साल की अवधि लगेगी। इस कोर्स में छात्र 12वीं कक्षा के बाद ही दाखिला ले सकते हैं। इसे पूरे रूप से बीएड से अलग कोर्स बताया जा रहा है। बता दें कि आईटीईपी कोर्स कई बड़ी यूनिवर्सिटी में शुरू कर दिया गया है। इसे साल 2023 में ही दिल्ली यूनिवर्सिटी के 2 कॉलेजों में शुरू किया गया है।