पीएफ पेंशन नियम क्या है, PF कितना कटता है?, कुल पेंशन में 8 प्रतिशत बढ़ोतरी! जानें कैसे
Top Haryana, New Delhi: नौकरी करने वाले हर एक व्यक्ति का पीएफ अकाउंट(pf account) होना चाहिए, क्योंकि इसमें हर महिने की सैलरी में कुछ प्रतिशत जमा(Pf account contribution) होता रहता है और रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में मिलता है। ज्यादातर रिटायरमेंट मिलने वालों की उम्र 60 वर्ष होती है, इसलिए हर किसी को यह जानना जरूरी है कि जिस समय रिटायरमेंट होगा तब ईपीएफओ यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन(EPFO) के नियमों के अनुसार कितनी पेंशन मिलेगी और इसकी गणना किस प्रकार होती है।
पीएफ खातों में रुपये कैसे जमा होते है
प्राइवेट नौकरी करने वाले व्यक्ति की सैलरी में से 12 प्रतिशत हिस्सा उस व्यक्ति के पीएफ खाते में जमा होता है। इसके साथ कंपनी का योगदान भी 12 प्रतिशत ही होता है, परंतु इसमें से 3.67 पीएफ अकाउंट में और 8.33 परसेंट पेंशन फंड में जमा होता है।
Pension नियम क्या है?
ईपीएफओ(EPFO) के अनुसार, पेंशन पाने का हकदार सिर्फ वही व्यक्ति होगा जो लगातार 10 सालों तक पीएफ खाते में योगदान देगा। इस नियम के मुताबिक, कोई भी व्यक्ति 50 वर्ष की उम्र में भी पेंशन ले सकता है लेकिन हर साल इसमें से 4 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। यदि कोई व्यक्ति 58 वर्ष की उम्र तक पेंशन के लिए इंतजार करेगा तो उसे पूरी पेंशन दी जाएगी। साथ ही, 60 साल तक पेंशन का इंतजार करने वाले व्यक्ति को 8 प्रतिशत अधिक पेंशन मिलेगी।
पेंशन की गणना कैसे की जाती है, क्या है फार्मूला?
ईपीएफओ(EPFO) के मौजूदा नियमों के मुताबिक, पेंशन के लिए मैक्सिमम सैलरी की सीमा 15 हजार रुपये है। इसका अर्थ यह है कि, यदि किसी भी व्यक्ति की पेंशन में से सिर्फ 15 हजार रुपये का 8.33 प्रतिशत हिस्सा ही पेंशन खाते में जमा(Pf account contribution) हो सकता है, यानि की अधिकतम 1 हजार 250 रुपये(15,000 x 8.33/100=1,250) ही पेंशन खाते में जमा होंगे। पेंशन की गणना के समय यह फॉर्मूला(पेंशन योग्य वेतन x पेंशन योग्य सेवा / 70 = मासिक पेंशन) इस्तेमाल होता है।
60 वर्ष की उम्र वालों को कितनी पेंशन मिलेगी?
एक अनुमान के लिए मान लीजिए, किसी व्यक्ति ने 28 साल की आयु से 58 साल की आयु तक नौकरी की है और इस दौरान उनकी सैलरी 14 हजार थी। इस हिसाब से उस व्यक्ति ने कुल 30 वर्ष तक नौकरी की जिसमें उसका पेंशन योग्य वेतन 15 हजार रुपये होगा और सेवा अवधि 30 वर्ष की होगी। फॉर्मूले(पेंशन योग्य वेतन x पेंशन योग्य सेवा / 70 = मासिक पेंशन) के अनुसार, उस व्यक्ति की पेंशन 6 हजार रुपये प्रति महीना होगी। 60 वर्ष तक इंतजार करने पर इसमें दो साल एक्स्ट्रा पेंशन और 8 प्रतिशत भी जुड़ जाएगे। जिसके बाद पेंशन 6 हजार 400 रुपये और इसका 8 प्रतिशत यानि की 512 रुपये जुड़कर मिलेगी, कुल 6 हजार 912 रुपये।