एक्टर-डायरेक्टर मनोज कुमार ने 87 की उम्र में कहा दुनिया को अलविदा

 शास्त्री के कहने पर उन्होंने बनाई थी उपकार  फिल्म और इसी से मिला था उन्हे भारत कुमार का नाम
 
Top Haryana, New Delhi: भारतीय फिल्म जगत के एक्टर व डायरेक्टर मनोज कुमार इस दुनिया में नहीं रहे। उन्होंने जिदंगी के सफर पूरा करने से पहले भारतीय फिल्म जगत में कई अच्छे फिल्में दी। वह मनोज कुमार और दिलीप कुमार के जबर्दस्त फैन थे। दिलीप कुमार का एक फिल्म में नाम मनोज था। इसलिए उन्होंने भी ये नाम ही रख लिया। अपने दौर में उन्होंने कई अच्छे अदाकारों के साथ काम किया और सिनेमा को कई अच्छी फिल्में दी। 

एक्टर मनोज कुमार ने शुक्रवार की सुबह मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में 87 साल की उम्र में अपनी आखरी सांस ली। वे भारतीय फिल्मी जगत में विशेष रूप से अपनी देशभक्ति फिल्मों के लिए जाने जाते थे। उन्हें भारतीय फिल्म जगत में भारत कुमार के नाम से भी जाना जाता था। उन्होंने उपकारए पूरब.पश्चिमए क्रांतिए रोटी.कपड़ा और मकान जैसी बेहद कामयाब फिल्में दर्शकों को दी। 

मनोज कुमार के बेटे कुणाल गोस्वामी ने मीडिया से बातचीत करते हुए बतायाए श्उन्हें लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां थीं। यह भगवान की कृपा है कि उन्हें आखिरी समय में ज्यादा परेशानी नहीं हुईए शांतिपूर्वक उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनका अंतिम संस्कार कल होगा।'  वह काफी समय से लिवर सिरोसिस की बीमारी से जूझ रहे थे। उनकी हालत बिगड़ने के बाद उन्हें बीती 21 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

मनोज कुमार को 7 फिल्मों के लिए फिल्म फेयर पुरस्कार मिले थे। पहला फिल्म फेयर उन्हें 1968 में फिल्म उपकार के लिए मिला था। उपकार ने बेस्ट फिल्मए बेस्ट डायरेक्टरए बेस्ट स्टोरी और बेस्ट डायलॉग के लिए 4 फिल्म फेयर जीते। 1992 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया और 2016 में उन्हें दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा गया।