मंडप से दुल्हन को उठा ले गए, परिवार बोला, ‘बेइज्जती हो जाएगी साहब बेटी बालिग है’
Top Haryana, Uttar Pradesh Desk: शादी के मंडप से ही कुछ अफसर उसे नाबालिग बताकर जबरदस्ती उठाकर ले गए। परिजनों ने हाथ जोड़कर गुहार लगाई, कहा कि बेटी बालिग है और बदनामी हो जाएगी लेकिन किसी ने एक न सुनी। अब इस मामले में कोर्ट ने जिला प्रोबेशन अधिकारी और सात कर्मचारियों पर जांच के आदेश दिए हैं।
रिश्वत न देने पर रुकवा दी शादी
पीड़ित किसान ने बताया कि 5 मार्च 2025 को उसकी बहन की शादी थी। बारात आ चुकी थी, मंडप में सभी रस्में हो रही थीं। इसी दौरान जिला प्रोबेशन विभाग के कुछ कर्मचारी शादी में पहुंचे। इनमें गजेंद्र, सुरभि यादव, आदिल, शाहबाजपुर गुर्जर के कपिल, सिरसा गुर्जर के अशोक, मनोज, वीरू और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल थे। उन्होंने दुल्हन को नाबालिग बताया और शादी रुकवाने लगे।
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किसान ने जब अपनी बहन का आधार कार्ड दिखाया, जिसमें उम्र 21 साल दर्ज है, तब भी इन अफसरों ने बात नहीं मानी और धमकाने लगे। आरोप है कि उन्होंने शादी कराने के बदले 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। किसान ने पैसे देने से इनकार किया, तो वे जबरदस्ती उसकी बहन को मंडप से उठाकर ले गए।
वन स्टॉप सेंटर भेजा, बाल कल्याण समिति में पेश नहीं किया
किसान का आरोप है कि दुल्हन को बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के सीधे वन स्टॉप सेंटर भेज दिया गया। उसे बाल कल्याण समिति के सामने भी पेश नहीं किया गया। बाद में जब मामला बढ़ा तो लड़की को परिवार के साथ भेज दिया गया। तब तक शादी टूट चुकी थी और बारात वापस लौट चुकी थी।
परिवार को दी गई जेल भिजवाने की धमकी
किसान ने यह भी आरोप लगाया कि अफसरों ने उसे और परिवार को फर्जी आधार कार्ड के आरोप में जेल भेजने की धमकी दी। इस घटना से पूरा परिवार सदमे में है और लड़की मानसिक रूप से काफी परेशान हो गई है। समाज में बदनामी भी हुई है।
पुलिस ने नहीं सुनी शिकायत, कोर्ट में दी अर्जी
पीड़ित किसान ने पहले पुलिस से शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार वह कोर्ट पहुंचा। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ओमपाल सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला मजिस्ट्रेट (DM) को इस पूरे मामले की जांच सौंपी है। कोर्ट ने साथ में ये भी आदेश दिया है कि डीएम 5 मई 2025 तक इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट अदालत जल्द से पेश करें।
इस मामले ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिना पुख्ता जांच और कानूनी प्रक्रिया के किसी की शादी रुकवाना और बेटी को मंडप से उठा ले जाना, समाज और परिवार के लिए गहरा सदमा बन गया है। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि जांच में क्या सच सामने आता है और दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है।
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