Landslide Morni Hills: मोरनी हिल्स में भारी बारिश से लैंडस्लाइड, मेन रोड बंद, कई जिलों में अलर्ट जारी

Landslide Morni Hills: मोरनी हिल्स में भयंकर बारिश की वजह से लैंडस्लाइड हो गया है,आइए जानें पूरी खबर नीचे विस्तार से...
 

Top Haryana: हरियाणा में इन दिनों मानसून एक्टिव है और मौसम विभाग ने हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD), चंडीगढ़ के मौसम केंद्र ने पंचकूला, अंबाला और यमुनानगर जिलों के लिए विशेष चेतावनी दी है।

मोरनी हिल्स में भूस्खलन, सड़क पूरी तरह बंद
पंचकूला के मोरनी हिल्स में बुधवार सुबह लगातार बारिश के कारण भूस्खलन (लैंडस्लाइड) हो गया। इसके चलते रायपुर रानी से मोरनी जाने वाली मुख्य सड़क पर भारी मात्रा में मिट्टी, पत्थर और पेड़ गिर गए जिससे सड़क पूरी तरह से बंद हो गई है। हालात इतने खराब हैं कि अब पैदल चलने का रास्ता भी नहीं बचा है। इससे पहले भी मोरनी से बड़ी शेर को जोड़ने वाली रोड पर भूस्खलन की घटना हो चुकी है।

नदी में बढ़ा जलस्तर
बारिश के कारण मोरनी हिल्स से गुजरने वाली कोटी नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। नदी में पानी का बहाव तेज हो गया है क्योंकि इसमें हिमाचल प्रदेश की बारिश का पानी भी आ रहा है। लोगों को नदी के पास न जाने की हिदायत दी गई है।

अंबाला में सड़क धंसी
अंबाला में भी बारिश के बाद सड़क पर पानी भर गया और दलदल जैसी स्थिति बन गई। एक इनोवा गाड़ी इस दलदल में धंस गई, जिसे बाहर निकालने के लिए क्रेन बुलानी पड़ी। यह घटना दिखाती है कि लगातार हो रही बारिश से सड़कें और रास्ते कमजोर हो गए हैं।

चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर भी भूस्खलन
चंडीगढ़-मनाली फोरलेन पर हिमाचल के मंडी जिले के पंडोह और दवाड़ा क्षेत्र में भी भूस्खलन हुआ है। पहाड़ से भारी-भरकम चट्टानें और मिट्टी सड़कों पर गिर गईं जिससे सड़क पूरी तरह से बंद हो गई है। सैकड़ों वाहन वहां फंसे हुए हैं और रात से ही लोग जाम में परेशान हैं।

बारिश में कमी आने की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, हरियाणा में 7 अगस्त से बारिश में कमी देखने को मिल सकती है। अब तक इस मानसून सीजन में यमुनानगर जिले में सबसे ज्यादा बारिश हुई है जबकि कैथल जिले में सबसे कम।

प्रशासन अलर्ट पर
प्रशासन की ओर से सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है। भूस्खलन प्रभावित इलाकों में मलबा हटाने और रास्ता खोलने के लिए मशीनें भेजी जा रही हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा फिलहाल टाल दें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।