Mandi Adampur News: मंडी आदमपुर में भ्रष्टाचारी लोगों पर गिरी गाज, XEN-SDO, JE को किया सस्पेंड, जानें मामला
Top Haryana: हरियाणा के हिसार जिले के आदमपुर में सीवरेज लाइन के काम में घोटाले और लापरवाही की शिकायतों के बाद शुक्रवार को विधानसभा की जांच कमेटी वहां पहुंची। जांच के दौरान काम की हालत देखकर कमेटी के चेयरमैन और डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण लाल मिड्ढा नाराज हो गए।
उन्होंने कहा कि 'ऊपर से नीचे तक सारा सौदा (पूरा सिस्टम) खराब है'। इसके बाद उन्होंने मौके पर ही पब्लिक हेल्थ विभाग के तीन अधिकारियों एक्सईएन कंचन देवी, एसडीओ मोहन लाल और जेई सुरेश ढाका को सस्पेंड करने के आदेश दे दिए।
कमेटी के दौरे के दौरान नेताओं में बहस
निरीक्षण के समय कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच बहस भी हो गई। कांग्रेस विधायक चंद्रप्रकाश के साथ आए कांग्रेस नेता भूपेंद्र कासनिया और भाजपा के महामंत्री आशीष जोशी आमने-सामने आ गए।
जब आशीष जोशी ने कासनिया से कहा, 'आप कौन हो जो बीच में बोल रहे हो?' तो माहौल पूरा गरम हो गया। डॉ. मिड्ढा ने भाजपा नेता का साथ दिया जिससे विधायक नाराज हो गए। इसके बाद पुलिस को बुलाकर भूपेंद्र कासनिया को मौके से धक्के मारकर हटाया गया।
आदमपुर में जलभराव की गंभीर समस्या
आदमपुर में सीवरेज और पानी की पाइप लाइन का काम काफी समय से चल रहा है लेकिन इसमें कई अनियमितताएं सामने आई हैं। लोगों ने बताया कि बारिश के समय सड़कों और घरों के सामने पानी भर जाता है।
हाल ही में भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई के घर के सामने भी बारिश का पानी भर गया था। विधायक चंद्रप्रकाश ने इस मुद्दे को कई बार विधानसभा में उठाया है।
घटिया निर्माण पर लोगों की शिकायतें
2023 में आदमपुर में सीवरेज और पानी की पाइप लाइन का काम पानीपत की बालाजी कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था। लोगों का आरोप है कि कंपनी ने बहुत ही खराब तरीके से काम किया।
ईंटों से सीवरेज के चैंबर बना दिए गए, लेकिन उन पर सीमेंट का प्लास्टर नहीं किया गया। कुछ जगहों पर तो सीवरेज के मेनहोल में ही पीने के पानी की पाइप जोड़ दी गई, जिससे गंदा पानी घरों तक पहुंच सकता था।
पहले भी हो चुकी है विजिलेंस की जांच
इस प्रोजेक्ट की पहले भी जांच हो चुकी है। 13 दिसंबर 2024 को विजिलेंस ने इस काम की जांच की थी। उस समय भी 35 करोड़ के प्रोजेक्ट में घोटाले की बात सामने आई थी।
विजिलेंस की जांच में पाया गया था कि पाइप लाइन बिछाने से पहले नीचे कोई मजबूत बेस नहीं डाला गया था, जबकि नियमों के अनुसार बेस बनाना जरूरी होता है।
नियमों की अनदेखी
जांच में यह भी सामने आया कि सीवरेज लाइन को सिर्फ ढाई फुट गहराई में डाला गया है, जबकि नियम के अनुसार कम से कम 5 से 6 फुट की गहराई में लाइन बिछानी चाहिए। इस लापरवाही से भविष्य में और ज्यादा परेशानी हो सकती है।
12 विधायकों की टीम ने की जांच
इस मामले की जांच के लिए जो कमेटी आदमपुर पहुंची उसमें कुल 12 विधायक शामिल थे। डॉ. कृष्ण मिड्ढा के अलावा विधायक मोहम्मद इलियास, लक्ष्मण यादव, नरेश सेलवाल, कपूर सिंह, सतीश कुमार, सतपाल जांबा, मोहम्मद इजराइल, मामन खान, बलवान सिंह दौलतपुरिया, बिमला चौधरी और मंजू चौधरी शामिल थे।
फिलहाल तीन अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है और इस मामले में आगे की जांच की जा रही है। लोगों को उम्मीद है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी और काम दोबारा ठीक तरीके से किया जाएगा।