Haryana news: हरियाणा में दो और गांवों के नाम बदले, अब अलीपुरा बना आर्यपुरम और ढाणी गारण बना हंस नगर
Top Haryana: हरियाणा में दो और गांवों के नाम बदले गए है। इससे पहले जुलाई महीने में भी महेंद्रगढ़ और झज्जर जिले के दो गांवों के नाम बदले गए थे। सरकार का कहना है कि जिन गांवों के नाम धार्मिक या सांस्कृतिक रूप से आपत्तिजनक या असंगत माने जा रहे हैं उन्हें बदला जा रहा है ताकि उनकी पहचान स्थानीय भावनाओं के अनुसार हो सके।
यमुनानगर में अलीपुरा अब बना आर्यपुरम
यमुनानगर जिले के अलीपुरा गांव का नाम अब बदलकर आर्यपुरम कर दिया गया है। यह गांव हिंदू बहुल क्षेत्र में आता है और स्थानीय लोगों की मांग थी कि गांव का नाम उनके सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों से मेल खाए।
अलीपुरा नाम को मुस्लिम आधार वाला नाम माना जा रहा था जिसे अब बदलकर आर्य समाज से जुड़ी सोच को दर्शाने वाला नाम आर्यपुरम रखा गया है। सरकार का कहना है कि यह नामकरण ग्रामीणों की भावनाओं और मांग के अनुरूप किया गया है।
हिसार के ढाणी गारण का नाम हंस नगर रखा गया
हिसार जिले के गांव ढाणी गारण का नाम अब "हंस नगर" कर दिया गया है। सरकार ने यह नामकरण भी ग्रामीणों की इच्छा और परंपरा के अनुसार किया है। ढाणी गारण नाम की जगह अब गांव को एक ऐसा नाम मिला है जो सकारात्मक और शांति का प्रतीक माना जाता है।
हंस को भारतीय संस्कृति में ज्ञान और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है इसलिए गांव का नाम अब और भी सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व को दर्शाता है।
सरकार ने जारी किए आदेश
हरियाणा सरकार की ओर से वित्तायुक्त, राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने इन नामों को लेकर आदेश जारी कर दिए हैं। इससे पहले जुलाई 2025 में महेंद्रगढ़ जिले के गांव अकबरपुर नांगल का नाम बदलकर नांगल हरनाथ किया गया था और झज्जर जिले के गांव इस्लामगढ़ का नाम बदलकर छुछकवास रखा गया था।
नाम बदलने की प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी
हरियाणा सरकार का कहना है कि जिन गांवों के नाम ऐतिहासिक, धार्मिक या सामाजिक रूप से विवादित या असंगत हैं, उन्हें बदला जाएगा। इस प्रक्रिया में स्थानीय लोगों की राय और सांस्कृतिक मूल्यों का ध्यान रखा जा रहा है। आने वाले समय में और भी गांवों के नाम बदले जा सकते हैं ताकि गांवों की पहचान स्थानीय समाज और परंपराओं के अनुरूप बनाई जा सके।