Haryana News: जहरीला पानी पीने से बीमार हो रहे लोग, जन स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप

Haryana News: हरियाणा के होडल क्षेत्र की गढ़ी पट्टी कॉलोनी में पीने के पानी को लेकर गंभीर संकट खड़ा हो गया है, आइए जानें पूरी खबर...
 

Top Haryana: हरियाणा के होडल क्षेत्र की गढ़ी पट्टी कॉलोनी  के लोगों का आरोप है कि उन्हें जो पानी पीने के लिए मिल रहा है वह पूरी तरह से दूषित और जहरीला है। इसी कारण कई लोग बीमार हो गए हैं खासकर बच्चे और बुजुर्ग इसकी चपेट में आ रहे हैं।

बारिश के बाद बढ़ी परेशानी

इस बार भारी बारिश के कारण हालात और भी बिगड़ गए हैं। बताया जा रहा है कि गढ़ी पट्टी के पास मौजूद धान के खेतों से गंदा और कीटनाशकों से मिला पानी सीधे पीने के पानी की सप्लाई करने वाले बूस्टर पंप तक पहुंच गया। इससे पानी के टैंक भी प्रदूषित हो गए और बूस्टर पंप सड़े हुए गंदे पानी में डूबे हुए हैं। नतीजा यह हुआ कि लोगों को सप्लाई किया जाने वाला पानी अब पीने लायक नहीं रह गया है।

लोगों की कई शिकायतें बेअसर रहीं

स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार जन स्वास्थ्य विभाग को इस बारे में शिकायत दी लेकिन अधिकारियों ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। बार-बार समस्या बताने के बावजूद इसे नजरअंदाज किया गया। अब हालत यह है। 

रोजाना कई लोग बीमार हो रहे हैं और अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं। लोगों ने चिंता जताई कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो कोई बड़ी बीमारी या हादसा हो सकता है।

बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित

इस जहरीले पानी का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर देखा जा रहा है। उन्हें पेट दर्द, उल्टी, दस्त और बुखार जैसी बीमारियां हो रही हैं। लोग साफ कह रहे हैं कि यह सब जन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का नतीजा है। अगर समय रहते पानी की जांच और सफाई की व्यवस्था होती तो आज यह स्थिति न बनती।

लोगों ने दी चेतावनी

गढ़ी पट्टी के निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि विभाग ने जल्द इस समस्या का समाधान नहीं किया तो वे मजबूर होकर संबंधित मंत्री और मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखेंगे। लोगों का कहना है कि वह अब चुप नहीं बैठेंगे और जरूरी हुआ तो आंदोलन का रास्ता भी अपनाया जाएगा।

सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग

स्थानीय लोग चाहते हैं कि सरकार और विभाग इस मामले को गंभीरता से लें और तुरंत बूस्टर पंप, टैंकों और पाइपलाइनों की सफाई कराई जाए। साथ ही पीने के पानी की गुणवत्ता की जांच कराई जाए ताकि लोग फिर से सुरक्षित और साफ पानी पी सकें। जब तक ऐसा नहीं होता तब तक स्थिति खतरे से खाली नहीं है।