Haryana news: इमरजेंसी की 50वीं वर्षगांठ पर बीजेपी का कांग्रेस पर हमला, CM सैनी ने करनाल से की शुरुआत

Haryana news: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इमरजेंसी के 50 साल पूरे होने पर बनाए गए एक बोर्ड पर हस्ताक्षर किए। आइए जानें पूरी खबर...
 
 

Top haryana: हरियाणा में बीजेपी ने इमरजेंसी की 50वीं वर्षगांठ पर कांग्रेस को घेरने के लिए प्रदेशभर में कार्यक्रम शुरू कर दिए हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी समेत केंद्रीय मंत्रियों और प्रदेश के 27 बड़े नेताओं को अलग-अलग जिलों में जनता के बीच भेजा गया है। इस अभियान के ज़रिए बीजेपी इमरजेंसी के दौर में हुए अत्याचारों की याद दिलाकर कांग्रेस के खिलाफ माहौल बना रही है।
CM सैनी बारिश में पहुंचे करनाल
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी बुधवार को बारिश के बीच करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां उन्होंने पौधारोपण किया और इमरजेंसी के 50 साल पूरे होने पर बनाए गए एक बोर्ड पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद वे एक प्रदर्शनी देखने पहुंचे, जहां इमरजेंसी के समय की घटनाओं को दर्शाया गया था। कुछ देर बाद उन्होंने सभा को संबोधित भी किया।

बंसीलाल परिवार को क्यों रखा गया दूर?
इस कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल के परिवार को दूर रखा गया है। खासतौर पर उनकी बहू राज्यसभा सांसद किरण चौधरी और पोती एवं मौजूदा सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी को इस अभियान में शामिल नहीं किया गया।

इसकी दो अहम वजह मानी जा रही हैं:

बंसीलाल का इमरजेंसी में अहम रोल वे इंदिरा गांधी और संजय गांधी के करीबी माने जाते थे। नसबंदी अभियान को लेकर उन्हें लोगों के बीच आलोचना का सामना करना पड़ा था। राजनीतिक नुकसान से बचाव बीजेपी नहीं चाहती कि विपक्ष, खासतौर पर कांग्रेस, इस मुद्दे को उठाकर पार्टी को घेरने की कोशिश करे। इसलिए दोनों को कार्यक्रम से अलग रखा गया।

श्रुति चौधरी भी दिखीं गायब
गौर करने वाली बात यह भी है कि श्रुति चौधरी, जो अब बीजेपी सरकार की मंत्री हैं, उन्हें भी सार्वजनिक रूप से इस अभियान में शामिल नहीं किया गया। इससे साफ है कि बीजेपी इस अभियान को लेकर बेहद सावधानीपूर्वक रणनीति अपना रही है।

बीजेपी का कांग्रेस पर सीधा हमला
हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय है। उन्होंने कहा कि उस समय इंदिरा गांधी सरकार ने न केवल राजनीतिक विरोधियों को जेल में डाला बल्कि आम जनता के नागरिक अधिकारों को भी कुचला। बीजेपी इस कार्यक्रम के ज़रिए कांग्रेस का “असली चेहरा” जनता के सामने लाएगी।