Haryana news: हरियाणा में 5 हजार परिवारों की हुई बल्ले-बल्ले, 2 साल बाद मिली खुशी

Haryana news: हरियाणा में 5 हजार जरूरतमंद परिवारों के लिए राहत भरी खबर आई है, आइए जानें इसके बारें में विस्तार से...
 

Top Haryana: हरियाणा में ऐसे परिवारों को आर्थिक मदद मिलनी शुरू हो गई है जिनके घर का कमाने वाला सदस्य अब इस दुनिया में नहीं रहा। ये मदद केंद्र सरकार की राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के तहत दी जा रही है। इस योजना में 20 हजार रुपये की सहायता उन परिवारों को दी जाती है जिनके कमाने वाले सदस्य की मृत्यु हो चुकी है।

हाल ही में इस योजना के तहत हरियाणा के 5 हजार 192 पात्र परिवारों को पहली किश्त के रूप में यह सहायता राशि दी गई है। ये परिवार पिछले दो साल से इस मदद का इंतजार कर रहे थे। यह सहायता हरियाणा सेवा का अधिकार आयोग की कोशिशों से संभव हो सकी है। आयोग लगातार इस मुद्दे पर काम कर रहा था ताकि जरूरतमंद लोगों को समय पर उनकी सहायता मिल सके।

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दो साल से अटका था मामला
आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि करीब 14 हजार 805 परिवार ऐसे थे जो पिछले दो सालों से इस योजना की राशि मिलने का इंतजार कर रहे थे। इन लोगों ने आवेदन तो कर दिया था, लेकिन उन्हें पैसा नहीं मिल पा रहा था। जब आयोग के पास यह मामला आया तो उन्होंने इसकी जांच करवाई।

जांच में सामने आया कि साल 2022 में राज्य सरकार ने केंद्र को जो दस्तावेज भेजे थे, उनमें कुछ तकनीकी खामियां थीं। खासकर यूज़ेबिलिटी सर्टिफिकेट्स (उपयोगिता प्रमाण पत्र) सही फॉर्मेट में नहीं भेजे गए थे। इन्हीं गलतियों की वजह से केंद्र सरकार समय पर पैसा जारी नहीं कर पाई और योजना का काम अटक गया। इससे हजारों जरूरतमंद परिवारों को नुकसान हुआ।

आयोग की सक्रियता से मिली मदद

जब यह मामला हरियाणा सेवा का अधिकार आयोग के संज्ञान में आया तो उन्होंने इसे गंभीरता से लिया। आयोग ने केंद्र सरकार के साथ बातचीत शुरू की और सभी जरूरी दस्तावेज सही फॉर्मेट में भेजने में राज्य सरकार की मदद की। इस प्रयास का नतीजा यह हुआ कि फरवरी 2025 में पहली बार राशि जारी की गई और 5 हजार 192 परिवारों को इसका लाभ मिला।

आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि वे बाकी बचे हुए परिवारों को भी जल्द से जल्द यह सहायता दिलवाने के लिए काम कर रहे हैं। आयोग का उद्देश्य यह है कि समाज के सबसे कमजोर वर्ग के लोगों को उनका हक समय पर और सम्मान के साथ मिले।

इस पूरी प्रक्रिया में महात्मा गांधी के "अंत्योदय" के सिद्धांत को आधार बनाया गया, जिसका मतलब है कि समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति तक मदद पहुंचे। यह योजना उन परिवारों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो रही है जो अपने घर के कमाने वाले सदस्य को खो चुके हैं।

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