Cibil Score Update: भारतीय रिजर्व बैंक ने बदले ये नियम, संजय मल्होत्रा ने दी अहम जानकारी
Cibil Score Update: लोन और क्रेडिट कार्ड लेने के लिए जरूरी होता है सिबिल स्कोर, इसको लेकर हमेशा जागरूक रहना ही ग्राहक के लिए फायदेमंद है।

Top Haryana, New Delhi: फाइनेंशियल इमरजेंसी होती है तो लोन का ख्याल ही ध्यान में आता है, लोन मिलना आसान नहीं होता है, इसके लिए सबसे पहले सिबिल स्कोर की बड़ी अहमियत होती है, इसके सही होने पर ही आप समय पर लोन ले सकते है, नहीं तो लोन से वंचित रह सकते है।
सिबिल स्कोर अन्य कई मायनों में ठीक रहना ही एक ग्राहक के लिए अच्छा होता है, अब RBI (Reserve Bank of India) ने इससे जुड़े कई नियम बदल दिए है, इसलिए हर बैंक ग्राहक के लिए इन नियमों से अपडेट होना आवश्यक है।
नया नियम
RBI ने काफी दिन पहले ये नियम बनाए थे, लेकिन अब इनका पालन करना सुनिश्चित किया गया है, नियम के मुताबिक हर 15 दिन में ग्राहक का क्रेडिट स्कोर अपडेट होगा, बैंक हो या कोई अन्य लोन देने वाली संस्था सभी को इस नियम का पालन करना होगा।
हर 15 दिन के अंदर क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियों को यह जानकारी बैंकों की तरफ से भेजनी होगी, इसमें किसी उपभोक्ता के कर्ज चुकाने और न चुकाने की जानकारी देनी होगी, क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियों को सिबिल स्कोर को तुरंत अपडेट करना होगा।
RBI (Reserve Bank of India) के नए नियम के मुताबिक अब महीने में 2 बार सिबिल स्कोर का डाटा अपडेट होगा, हर महीने की 15 और आखिरी तारीख को सिबिल स्कोर अपडेट किया जाएगा, महीने में ये 2 तारीख 15 दिन के अंतर से क्रेडिट इंस्टीट्यूसन अपने आप भी तय कर सकता है, तय की गई तारीखों को बैंक ग्राहक का सिबिल स्कोर से जुड़ा डाटा भेज सकते है।
ग्राहकों को होगा फायदा
सिबिल स्कोर से जुड़े भारतीय रिजर्व बैंक के नए नियम लागू करने से ग्राहकों को लाभ होगा, यदि किसी की लोन की EMI की तारीख मिस होती है तो उसके सिबिल स्कोर को 15 दिन में अपडेट करने के बाद ग्राहक को सिबिल पर प्रभाव पड़ने की सूचना जल्दी मिलेगी और किस्त समय पर भरने से डाटा जल्दी अपडेट होगा।
इससे उपभोक्ता का सिबिल स्कोर फिर से जल्दी अप हो सकेगा, जिसकी जानकारी ग्राहक को जल्दी मिलती रहेगी, वह बैंक से सिबिल अपडेट की शिकायत नहीं कर सकेगा।
NBFC और Banks
RBI के इन नियमों को लागू करने से लोन देने वाले बैंकों और NBFC (non banking finance companies) को बड़ा लाभ होगा, वे जल्दी क्रेडिट स्कोर अपडेट करने से लोन और क्रेडिट कार्ड देने का सही से फैसला कर सकेंगे।
जिससे लोन डिफॉल्ट होने जैसे कई प्रकार के जोखिमों से बचा जा सकेगा, ग्राहक का लोन डिफॉल्ट होता है तो बैंक को 15 दिन में ही पता चल सकेगा।
सिबिल स्कोर का प्रभाव
फाइनेंशियल जरूरत में लोन लेना है तो सिबिल स्कोर का काफी अहम रोल रहता है, यह अच्छा है तो आपको लोन आसानी से कम ब्याज दरों पर मिल जाएगा लेकिन सिबिल स्कोर खराब है तो लोन मिलना कठिन और अधिक ब्याज दरों पर मिलेगा, इसलिए इसे हमेशा सही रखें और लोन आदि की किस्त समय पर भरें।