Zayad me kis fasal ki kheti kare: जायद फसलों को कीटों से हो सकता है बड़ा नुकसान, बचाव के लिए अपनाएं ये आसान से उपाय
Zayed Crop: जायद के सीजन में किसानों को अपनी फसलों को कीड़ों आदि से बचाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है क्योंकि इन दिनों फंगस से लेकर अलग-अलग तरह के कीटों का आक्रमण फसलों पर होता है, जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है। जायद की फसलों को कीटों से बचाने के लिए किसान अपनाएं ये उपाय...

Haryana News, Agriculture Desk: देश भर में रबी की फसलों की कटाई शुरु होते ही जायद की फसलों की बुआई शुरू हो जाती है। देश में छोटे और सीमांत किसान ज्यादातर रबी और खरीफ सीजन में ही खेती करते हैं। हमारे देश में जायद सीजन में खेती कम करते हैं, जबकि सबसे अधिक लाभ देने वाली खेती जायद के सीजन में ही होती है।
जायद में सबसे अधिक मौसमी फल और सब्जियों की खेती अधिक की जाती है, जो गर्मी के दिनों में तैयार हो जाती है और उसी समय इनकी बाजार में भी खूब मांग रहती है। लेकिन जायद के सीजन में किसानों को अपनी फसलों को कीड़ों और फंगस से बचाने के लिए काफी जी तोड़ मेहनत करनी पड़ती है।
इन दिनों फलों पर फंगस से लेकर अलग-अलग तरह के कीटों का आक्रमण होता है, जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि जायद के सीजन में फसलों को कीटों से किस प्रकार से बचाया जा सकता है। किसानों को अपनी फसलों को बचाने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखना होगा।
खेत में मिट्टी का रखें सही ध्यान
एक्सपर्ट की मानें तो जायद की फसलों के लिए खेत तैयार करते हुए किसानों को जमीन पर सबसे ज्यादा ध्यान देना चाहिए। खेत को तैयार करते समय ट्राइकोडरमा और नीम के तेल को जमीन में मिलाना चाहिए। इसके लिए ढाई किलो ट्राइकोडरमा को 70 किलो गोबर की खाद के साथ में मिलाकर 1 एकड़ जमीन की तैयारी करनी चाहिए।
वहीं, किसान अगर इसके साथ ही जमीन में नीम की खली को भी मिला लें जोकि दीमक रोधी का काम करती है। किसानों को अपनी जमीन की सही से जोताई आदि का काम करना चाहिए। किसानों को जमीन तैयार करते समय इसमें कार्बैंडाजोल को भी साथ में मिला देना चाहिए। फिर इस तैयार की गई मिट्टी में ही पौधों की नर्सरी की बुवाई करनी चाहिए जिससे इन पौधों में लगने वाली सभी तरह की बीमारियों और कीटों से फसलों का बचाव हो सके।