organic farming: हरियाणा का किसान धनिए की खेती से कमा रहा मोटा मुनाफा, जानें पूरी खबर..
organic farming: किसान कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने के लिए परम्परागत खेती का मोह त्याग कर ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा दे रहें है।

TOP HARYANA: किसान कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने के उद्देश्य से परम्परागत खेती का मोह त्याग कर ऑर्गेनिक और बागवानी खेती को बढ़ावा दे रहे हैं। इससे किसान अधिक लाभ कमा रहे है।
इसी कड़ी में हरियाणा के फरीदाबाद के धौज गांव निवासी किसान सरोजुद्दीन कुल 2 एकड़ जमीन पर धनिया की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा रहा है। धनिया की यह फसल सर्दियों में ही लगाई जाती है। इस फसल की मंडी में काफी अच्छी कीमत किसान को मिल जाती है।
इस तरह जुताई करके करें खेत को तैयार
किसान ने बताया कि खेत की जुताई सही ढंग से करनी चाहिए। किसान सिराजुद्दीन ने खुद बताया कि धनिए की खेती करने से पहले खेत की 15 बार जुताई करनी पड़ती है। इसके बाद ही खेत में देसी खाद जैसे गोबर का खाद आदि डाला जाता है। इसके साथ ही किसान अपनी जमीन में DAP, यूरिया और जिंक जैसे रासायनिक खाद भी डाल सकतें है।
इस प्रकार की रासायनिक खाद से फसलों को अधिक बढावा मिलता है। उन्होंने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया में किसान को काफी मेहनत, समय और ऊर्जा का अच्छा हिस्सा लगाना पड़ता है। धनिए की खेती करने के लिए किसान को शारिरिक श्रम अधिक करना पड़ता है।
भाव अच्छा तो आमदनी अच्छी
उन्होंने यह भी बताया कि धनिए की फसल फरीदाबाद की मंडी में सैकड़ों रुपये के हिसाब से बिकती है। जैसे किसी भी किसान की 2, 3 या 4 रुपए के रेट पर फसल बिक जाए, तो किसान को ठीक- ठीक सी आमदनी हो जाती है।
यदि रेट 1 रूपए या इससे भी कम रहता है तब किसान को अधिक आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है। मंडी में रेट अच्छा मिलता है, तो किसान अधिक मुनाफे में रहता है।
प्रति एकड़ कितना खर्चा होता है
सिराजुद्दीन ने आगे बताया कि धनिए की खेती में प्रति एकड़ किसान को 25 हजार रूपए तक की लागत आती है। यदि किसान ठेके पर जमीन लेकर खेती करता है तो यह लागत और अधिक बढ़ जाती है। इसके बावजूद, खेती से होने वाली आय का एक अच्छा हिस्सा फसल पर खर्च हो जाता है। किसान ने बताया कि इसी व्यवसाय से वह अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं।
इस फसल की बिक्री के लिए अधिक रेट मिलना बहुत जरूरी है, तभी तो किसान कुछ हद तक इस फसल से सफलता हासिल कर सकता है। उन्होनें कहा कि किसानों को परम्परागत खेती को छोड कर बागवानी आदि तरह की खेती करनी चाहिए जिससे किसान अधिक मुनाफा कमा सकते है।