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Kisaan News: सर्दी न पड़ने से गेहूं की फसल हो रही खराब, किसान जल्द करें ये उपाय

Kisaan News: गेहूं की फसल की सर्दी न पड़ने की वजह से खराब हो रही है, इसलिए सभी किसान भाई परेशान है। आज हम आपको कुछ जरूरी उपाय बताएंगे जिससे आप अपनी गेहूं की फसल को बचा सकते है...
 
किसान न्यूज, गेंहू की फसल
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TOP HARYANA: सर्दी इतनी नहीं पड़ी, जितनी पहले सालों में पड़ी थी। इसका असर गेहूं की फसल पर पड़ रहा है। किसानों को अब अपनी फसल को बचाने के लिए कुछ खास उपाय करने की जरूरत है। अगर आप भी गेहूं की खेती करते हैं और सर्दी न पड़ने की वजह से आपकी फसल खराब हो रही है, तो यह खबर आपके लिए बहुत अहम है।

सर्दी की कमी का असर गेहूं की फसल पर

सर्दी का मौसम तो चल रहा है, लेकिन पिछले सालों के मुकाबले इस बार सर्दी कम पड़ी है। जिस तरह से ठंडी चाहिए थी, वह नहीं हुई, और इसका सीधा असर गेहूं की फसल पर पड़ा है। सर्दी न पड़ने से गेहूं की फसल ठीक से नहीं बढ़ पा रही है और इसके दाने भी अच्छे नहीं बन पा रहे हैं। इस स्थिति से बचने के लिए किसान भाईयों को अपनी फसल की देखभाल पर ध्यान देना जरूरी है।

सिंचाई की जरूरत

कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार सर्दी की कमी के कारण गेहूं की फसल में सिंचाई के अंतराल को कम करना बहुत जरूरी हो गया है। पहले जहां एक महीने में एक बार सिंचाई की जाती थी, वहीं अब इसे 20 दिन के अंतराल पर करना चाहिए। इस समय गेहूं के पौधों में बाली निकलने का समय है, और अगर मृदा का तापमान बढ़ता है तो गेहूं के दाने पर बुरा असर हो सकता है।

इसलिए सबसे बेहतर तरीका है हल्के पानी से सिंचाई करना। इससे फसल को फायदा होगा और उसका विकास भी सही तरीके से होगा। हल्की सिंचाई से मृदा की नमी बनी रहती है और गेहूं के दाने में सुधार होता है।

बेहतर सिंचाई के तरीके

कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि गेहूं के खेतों की सिंचाई नहर से या ट्यूबवेल से की जा सकती है, लेकिन सबसे अच्छा तरीका स्प्रिंकलर का इस्तेमाल करना है। स्प्रिंकलर से सिंचाई करने पर पानी का वितरण समान रूप से होता है, और यह फसल को अधिक नुकसान से बचाता है। साथ ही, इससे गेहूं की पैदावार पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

किसान भाइयों के लिए सलाह

सर्दी न पड़ने के कारण गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है, लेकिन अगर किसान सही समय पर सिंचाई और देखभाल करते हैं, तो वे अपनी फसल को बचा सकते हैं। हल्के पानी से सिंचाई, स्प्रिंकलर का उपयोग, और कम अंतराल पर पानी देने से फसल का बेहतर विकास होगा और उसकी पैदावार में भी सुधार आएगा। अगर आप भी गेहूं की खेती करते हैं, तो इस बार सिंचाई का तरीका बदलें और कृषि विशेषज्ञों की सलाह पर अमल करें, ताकि आपकी फसल का उत्पादन बढ़े और नुकसान से बच सके।